दिल्ली और आसपास के बाढ़ प्रभावित इलाकों में स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट जारी किया है। बारिश और जलजमाव के बाद डेंगू और मलेरिया के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। दिल्ली के सरकारी और निजी अस्पतालों में पिछले एक हफ्ते में डेंगू के 300 से ज्यादा नए केस सामने आए हैं, जबकि मलेरिया के मरीजों की संख्या भी 150 को पार कर चुकी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि बरसात के मौसम में मच्छरों का प्रकोप बढ़ने से स्थिति और गंभीर हो सकती है।
बाढ़ ने बढ़ाई मुसीबत बाढ़ प्रभावित इलाकों में हालात और भी चिंताजनक हैं। गंदा पानी और जलजमाव ने मच्छरों के लिए माकूल माहौल बना दिया है। निचले इलाकों में रहने वाले लोग सबसे ज्यादा खतरे में हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि पूर्वी दिल्ली, नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली और यमुना के आसपास के क्षेत्रों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बाढ़ के पानी में मच्छरों के लार्वा पनप रहे हैं, जिससे बीमारी का खतरा दोगुना हो गया है।
लोगों में डर का माहौल स्थानीय लोग डर और चिंता में हैं। दिल्ली के लक्ष्मी नगर में रहने वाली रीता देवी ने बताया, “पानी भरा होने की वजह से मच्छर बहुत बढ़ गए हैं। बच्चे और बुजुर्ग बार-बार बीमार पड़ रहे हैं।” कई इलाकों में लोग अस्पतालों में लंबी कतारों में खड़े हैं। डॉक्टरों का कहना है कि बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और थकान जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवानी चाहिए। देरी से स्थिति गंभीर हो सकती है।
सरकार और स्वास्थ्य विभाग का एक्शन दिल्ली सरकार ने हालात को काबू करने के लिए कई कदम उठाए हैं। मच्छरों के लार्वा को खत्म करने के लिए फॉगिंग और दवाओं का छिड़काव तेज कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, “हम हर संभव कोशिश कर रहे हैं। लोगों से अपील है कि वे अपने आसपास साफ-सफाई रखें और पानी जमा न होने दें।” इसके अलावा, मुफ्त जांच और इलाज की सुविधा भी बढ़ाई गई है।
खुद को कैसे बचाएं? स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। मच्छरदानी का इस्तेमाल, पूरी बांह के कपड़े पहनना और घर के आसपास पानी जमा न होने देना जैसे कदम उठाने जरूरी हैं। डॉ. अनिल शर्मा ने बताया, “डेंगू और मलेरिया से बचने के लिए साफ-सफाई सबसे जरूरी है। अगर बुखार 2-3 दिन से ज्यादा रहे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।”
आगे क्या? अगर समय रहते हालात पर काबू नहीं पाया गया, तो डेंगू और मलेरिया के मामले और बढ़ सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से जागरूक रहने की अपील की है। स्थानीय प्रशासन को भी जलजमाव की समस्या को जल्द से जल्द हल करने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली और बाढ़ प्रभावित इलाकों में अब सबकी नजर इस बात पर है कि सरकार कितनी जल्दी इस संकट से निपट पाती है।
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