मुंबई (अनिल बेदाग): बॉलीवुड की चमकती सितारा और पशु प्रेमी उर्वशी रौतेला ने आवारा कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले पर अपनी बेबाक राय दी है। दिल से भरी इस प्रतिक्रिया में उर्वशी ने जोश और विश्वास के साथ कहा, “जब भारत कोविड के समय 140 करोड़ लोगों को वैक्सीन दे सकता है, तो क्या हम अपने देश के हर कुत्ते को वैक्सीन और नसबंदी नहीं दे सकते?”
जानवरों से आध्यात्मिक जुड़ावउर्वशी ने अपने दिल की बात साझा करते हुए बताया कि कुत्ते उनके लिए सिर्फ पशु नहीं, बल्कि “भगवान भैरव के वाहन और गुरु दत्तात्रेय के साथी” हैं। उनके लिए इनकी देखभाल करना केवल पशु कल्याण का विषय नहीं, बल्कि एक पवित्र जिम्मेदारी है। उन्होंने जोर देकर कहा, “यह सिर्फ एनिमल वेलफेयर नहीं, यह हमारा धर्म है।” उर्वशी का यह बयान न सिर्फ भावनात्मक है, बल्कि यह हमें जानवरों के प्रति अपनी सोच को और गहरा करने की प्रेरणा देता है।
करुणा और समाधान का रास्ताउर्वशी का यह बयान करुणा और व्यावहारिकता का अनोखा मेल है। उनका मानना है कि आवारा कुत्तों की सुरक्षा और जनता की सलामती दोनों को एक साथ सुनिश्चित किया जा सकता है। उनकी बातें देशभर के पशु प्रेमियों के दिलों को छू रही हैं और लोगों को इस मुद्दे को मानवता और आध्यात्मिकता के नजरिए से देखने के लिए प्रेरित कर रही हैं। यह बयान न सिर्फ चर्चा का विषय बन रहा है, बल्कि यह एक ऐसी राह दिखा रहा है, जो जानवरों और इंसानों के बीच संतुलन कायम कर सकती है।
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