कोलकाता, 04 नवंबर (Udaipur Kiran) . West Bengal में विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) की शुरुआत के पहले ही दिन विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि मृत मतदाताओं के नाम पर फर्जी जन्म प्रमाणपत्र तैयार किए जा रहे हैं और इसी आधार पर मतदाता सूची में हेरा-फेरी की कोशिश की जा रही है.
अधिकारी ने भाजपा के उपाध्यक्ष संजय सिंह और महासचिव जगन्नाथ चटर्जी के साथ मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज अग्रवाल से मुलाकात कर विस्तृत शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने आरोप से जुड़े दस्तावेज भी आयोग को सौंपे. सूत्रों के अनुसार, आयोग की ओर से आश्वासन दिया गया है कि एनुमरेशन फॉर्म के साथ जमा सभी दस्तावेज़ों की कड़ाई से जांच होगी.
भाजपा का आरोप है कि एसआईआर फॉर्म के लिए आवश्यक कागजातों को जाली बनाने का काम शुरू हो चुका है और इस कथित जालसाजी में शासक दल तृणमूल कांग्रेस शामिल है. अधिकारी ने कहा कि ‘आईपैक’ की मदद से ये दस्तावेज तैयार कराए जा रहे हैं और उत्तर व दक्षिण 24 परगना तथा कूचBihar जिलों में यह गड़बड़ी सबसे अधिक होने की आशंका है.
शुभेंदु अधिकारी ने मांग की कि सभी बूथ स्तर अधिकारियों (बीएलओ) की सूची आयोग की वेबसाइट पर सार्वजनिक की जाए और राजनीतिक दलों को भी उपलब्ध कराई जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि बीएलओ के पद और उनकी नियुक्ति संबंधी जानकारी भी दी जानी चाहिए. उन्होंने आरोप लगाया कि कई जगह आंगनवाड़ी कर्मियों को बीएलओ बनाया गया है, जिससे पक्षपात की आशंका बढ़ती है.
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि बीएलओ की ओर से कोई त्रुटि हुई, तो उसके गंभीर परिणाम होंगे. भाजपा का कहना है कि तृणमूल के कार्यकर्ता एसआईआर प्रक्रिया पर निगरानी कर रहे हैं और यह स्वतंत्र प्रक्रिया में हस्तक्षेप है. आयोग से इस पर कड़े कदम उठाने की मांग की गई है.
उल्लेखनीय है कि मतदाता सूची में नाम बरकरार रखने या दर्ज कराने के लिए कई लोग जन्म प्रमाणपत्र को पहचान दस्तावेज़ के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं. इसी बढ़ती मांग का लाभ उठाकर जालसाजी की जा रही है, ऐसा विपक्ष का आरोप है. आयोग ने आश्वस्त किया है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में किसी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर






