हरियाणा विधानसभा ने 13 देशों के 27 प्रतिनिधियों का स्वागत किया: हाल ही में, हरियाणा विधानसभा ने एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की मेज़बानी की, जिसमें 13 देशों के 27 प्रतिनिधियों ने भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली और विधायी कार्यप्रणाली का गहन अध्ययन किया। यह शिष्टमंडल 36वें अंतरराष्ट्रीय विधायी प्रारूपण प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत 21 अप्रैल तक चंडीगढ़ में रहेगा। इस दौरान, उन्होंने विधान शाखा, अनुवाद शाखा, और प्रश्न शाखा की कार्यप्रणाली का अवलोकन किया और भारत की सांस्कृतिक विविधता का अनुभव किया। आइए, इस विशेष दौरे की पूरी कहानी और इसके महत्व को समझते हैं।
हरियाणा विधानसभा का अंतरराष्ट्रीय दौरा
हरियाणा विधानसभा ने 13 देशों के प्रतिनिधियों को अपनी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान किया। यह शिष्टमंडल 36वें अंतरराष्ट्रीय विधायी प्रारूपण प्रशिक्षण कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत की विधायी प्रणाली और लोकतंत्र की गहराई को समझाना है। शनिवार को, इन 27 प्रतिनिधियों ने विधानसभा की प्रमुख शाखाओं का दौरा किया। उन्होंने विधेयकों के प्रारूपण, प्रश्न सत्रों, और दस्तावेजों के अनुवाद की प्रक्रिया को विस्तार से जाना। यह दौरा 21 अप्रैल तक जारी रहेगा, जिसमें वे विधानसभा की कार्यप्रणाली को और गहराई से समझेंगे।
विधायी प्रक्रिया का गहन अध्ययन
शिष्टमंडल ने हरियाणा विधानसभा की कार्यप्रणाली का बारीकी से अवलोकन किया। उन्होंने जाना कि विधेयक कैसे तैयार किए जाते हैं, उनकी समीक्षा कैसे होती है, और प्रश्न सत्र कैसे संचालित किए जाते हैं। अनुवाद शाखा में उन्हें यह समझाया गया कि विभिन्न भाषाओं में दस्तावेजों का अनुवाद कैसे किया जाता है, ताकि सभी को जानकारी सुलभ हो। प्राइड लोकसभा और हरियाणा विधानसभा की टीम ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। यह अनुभव विदेशी प्रतिनिधियों के लिए भारत के मजबूत लोकतंत्र को समझने का एक अनूठा अवसर रहा।
सांस्कृतिक और प्राकृतिक अनुभव
हरियाणा विधानसभा के दौरे के बाद, शिष्टमंडल ने हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत कसौली का दौरा किया। यहां उन्होंने भारत की सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लिया। इसके बाद, वे पिंजौर के प्रसिद्ध यादवेंद्र गार्डन पहुंचे, जहां उन्होंने ऐतिहासिक और प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव किया। शिष्टमंडल के नेता अलेक्जेन्डर निकोलस ने इस यात्रा को ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा का दौरा और भारत की सांस्कृतिक झलक ने उन्हें लोकतांत्रिक कार्यशैली को नजदीक से समझने का मौका दिया।
हरियाणा के लिए गर्व का पल
यह दौरा हरियाणा के लिए गर्व का क्षण है। हरियाणा विधानसभा ने न केवल अपनी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का प्रदर्शन किया, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत को भी विश्व मंच पर पेश किया। यह आयोजन भारत की लोकतांत्रिक ताकत और वैश्विक सहयोग को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह शिष्टमंडल अपने देशों में भारत की छवि को और सकारात्मक बनाएगा।
लोगों के लिए सुझाव
यदि आप चंडीगढ़ या उसके आसपास रहते हैं, तो हरियाणा विधानसभा की कार्यप्रणाली को समझने के लिए इसके आगंतुक कार्यक्रमों में भाग लें। लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी लेने के लिए विधानसभा की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें। साथ ही, कसौली और पिंजौर गार्डन जैसे पर्यटन स्थलों की सैर करें, जो हरियाणा और हिमाचल की सांस्कृतिक और प्राकृतिक सुंदरता को दर्शाते हैं। इस दौरे के बारे में अपने दोस्तों और परिवार को बताएं, ताकि ज्यादा लोग भारत के लोकतंत्र की ताकत को जान सकें।
भारत के लोकतंत्र का गर्व
यह खबर हरियाणा और भारत के लिए गर्व का विषय है। 13 देशों के प्रतिनिधियों का हरियाणा विधानसभा दौरा भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली और सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करता है। यह खबर उन लोगों के लिए जरूरी है, जो लोकतंत्र, विधायी प्रक्रियाओं, और भारत की वैश्विक छवि में रुचि रखते हैं। यह हमें अपनी लोकतांत्रिक ताकत पर गर्व करने और इसे और मजबूत करने की प्रेरणा देती है।
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