नई दिल्ली। गुजरात बॉर्डर पर भारत में घुसपैठ का प्रयास कर रहे पाकिस्तानी को बीएसएफ ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। 23 मई की रात बनासकांठा में बीएसएफ के गश्ती दल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में घुसने की कोशिश कर रहे एक संदिग्ध व्यक्ति को देखकर पहले तो चेतावनी दी, मगर जब वो नहीं माना तो उसे गोली मारकर घुसपैठ के प्रयास को नाकाम कर दिया। वहीं गुजरात एटीएस ने कच्छ से एक जासूस को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए व्यक्ति का नाम सहदेव गोहिल है। पाकिस्तान को गुजरात के कई इलाकों की जानकारी देने का उस पर आरोप है।
जासूस सहदेव गोहिलएटीएस ने बताया कि पकड़ा गए जासूस सहदेव गोहिल एक स्वास्थ्य कर्मी के रूप में काम करता है। वह पाकिस्तानी एजेंट के संपर्क में था और कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर जासूसी करता था। सहदेव गोहिल अदिति भारद्वाज के नाम से बनाए गए सोशल मीडिया हैंडल से संपर्क में था। संभवत: यह हैंडल पाकिस्तानी एजेंट के द्वारा फेक नाम पर बनाया गया है। भारत से जुड़ी जानकारी साझा करने के लिए एक बार में सहदेव गोहिल को 40 हजार रुपए तक मिलते थे। एटीएस ने सहदेव गोहिल के मोबाइल फोन को फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भेज दिया है ताकि उसमें से और जानकारी निकलवाई जा सके। पकड़े गए जासूस से फिलहाल पूछताछ की जा रही है।
एटीएस की टीम यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उसने कौन-कौन सी और किस तरह की जानकारी पाकिस्तान को मुहैया कराई है। साथ ही क्या वो किसी अन्य के संपर्क में भी था इस बात का भी पता लगाया जा रहा है। आपको बता दें कि एटीएस ने देशभर में पाकिस्तानी जासूसों के खिलाफ अभियान चला रखा है। पिछले कुछ दिनों में देश के अलग-अलग हिस्सों से बहुत से जासूस पकड़े गए हैं जो पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहे थे। यूपी एटीएस ने दो दिन पहले ही वाराणसी और दिल्ली के सीलमपुर से दो जासूसों को गिरफ्तार किया है।
The post appeared first on .
You may also like
बेहतरीन शिक्षा से होता है बच्चों का भविष्य उज्ज्वलः बुटोला
योग केवल व्यायाम नहीं, यह भारत की अमूल्य सांस्कृतिक विरासत है।— डॉ. घनेंद्र वशिष्ठ,
कानपुर प्राणि उद्यान में नीलगाय की मौत, जांच के लिए भोपाल लैब भेजे जाएंगे सैंपल
बांग्लादेश नाजुक मोड़ पर, अंतरिम सरकार चुनाव का मसौदा सामने लाए, सेना को विवाद में घसीटना संप्रभुता के लिए खतरा: अमीर शफीकुर्रहमान
गुरुग्राम: विपक्ष की सरकारों ने अहिल्याबाई होलकर के इतिहास को छिपाया: डा. सुधा यादव