अस्वास्थ्यकर जीवनशैली, काम का बढ़ता तनाव, आहार में लगातार बदलाव, जंक फूड का अत्यधिक सेवन, व्यायाम की कमी, लगातार शराब का सेवन आदि कई चीजें स्वास्थ्य पर तत्काल प्रभाव डालती हैं। शरीर में जमा विषैले तत्व स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होते हैं। यकृत शरीर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। हालाँकि, जब यकृत का कार्य बाधित होता है, तो शरीर को नुकसान पहुंचने की संभावना होती है। लीवर खराब होने के बाद आंखों, पैरों और त्वचा में कई बदलाव दिखाई देते हैं। शरीर में कई लक्षण दिखने लगते हैं, जैसे पैरों में सूजन, त्वचा का रंग बदलना आदि।
जब यकृत का कार्य बाधित होता है, तो शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते हैं, जिससे शरीर की सफाई नहीं हो पाती। इन विषाक्त पदार्थों का शरीर के कई अंगों पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसलिए, स्वस्थ यकृत का होना महत्वपूर्ण है। लीवर सिरोसिस, फैटी लीवर या लीवर फेलियर जैसी समस्याएं होने के बाद पैरों में कई बदलाव नजर आते हैं। इसीलिए आज हम आपको लीवर खराब होने के बाद पैरों में दिखने वाले लक्षणों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
पैरों में सूजन:लीवर खराब होने के बाद शरीर में जो मुख्य समस्या सामने आती है वह है पैरों में सूजन। यकृत के कार्य में बाधा उत्पन्न होने के बाद शरीर में पानी जमा होने लगता है। यकृत सिरोसिस में प्रोटीन के स्तर में कमी के कारण रक्त से तरल पदार्थ रिसने लगता है, जिससे पैरों में गंभीर सूजन हो जाती है। पैरों में सूजन आने लगती है और एड़ियों से लेकर टखनों तक दर्द होने लगता है।
पैरों में लगातार थकान महसूस होना:लीवर खराब होने के बाद पैरों में दर्द होने लगता है। यकृत क्षति के बाद शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो जाते हैं, जो शरीर और रक्त से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकलने से रोकते हैं। इससे पैरों में लगातार भारीपन और चलते समय कमजोरी महसूस होती है। लगातार काम करने से शरीर में थकान भी हो सकती है। इसके अलावा, अगर आपको रात में ठीक से नींद नहीं आ रही है, तो आपको अपने लिवर की जांच करानी चाहिए।
त्वचा का पीला पड़ना:यकृत शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। लीवर क्षतिग्रस्त होने के बाद त्वचा पीली पड़ने लगती है। यदि आपको सही समय पर पीली त्वचा दिखाई दे तो आपको तुरंत डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए और उपचार करवाना चाहिए। चेहरा, आंखें, हाथ और पैर पूरी तरह पीले दिखने लगते हैं। इसके साथ ही शरीर में खुजली भी होने लगती है। कुछ लोगों को रात में पैरों के तलवों में खुजली का अनुभव होता है। अचानक मेरे अंगों में झुनझुनी होने लगती है। शरीर के रक्त प्रवाह में रुकावटें उत्पन्न होती हैं।
You may also like
Rajasthan : राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ही क्यों... जेपी नड्डा ने बताया कारण...
पाक जासूसी रैकेट: एनआईए की 8 राज्यों में बड़ी कार्रवाई, 15 ठिकानों पर छापेमारी
आम आदमी पार्टी की वजह से दिल्ली में गंदगी : मेयर राजा इकबाल सिंह
विपक्षी पार्टियों को धुले मामले पर बोलना चाहिए : संजय राउत
सोनभद्र के रिहंद डैम पर निरीक्षण के दौरान मधुमक्खियों का हमला, कई अधिकारी घायल