अगर आप भी मथुरा-वृंदावन जाते समय शहर के जाम में फंसकर परेशान हो जाते हैं,तो आपके लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। दिवाली के ठीक बाद,मथुरा को जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने वालानॉर्दर्न बाईपासआम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। इस बाईपास के शुरू होने से न सिर्फ स्थानीय लोगों को,बल्कि दिल्ली,आगरा और यमुना एक्सप्रेसवे से आने-जाने वाले लाखों यात्रियों और श्रद्धालुओं को भी बड़ी राहत मिलेगी।क्या है यह प्रोजेक्ट और आपको कैसे मिलेगा फायदा?यह नया रास्ता, जिसेनॉर्दर्न बाईपासकहा जा रहा है,23किलोमीटरलंबा है और इसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI)ने तैयार किया है। यह बाईपास यमुना एक्सप्रेसवे पररायपुर जाटसे शुरू होकर राष्ट्रीय राजमार्ग-19 (NH-19) परखंदौलीको जोड़ता है।20-25मिनट का समय बचेगा:इस बाईपास के शुरू होने से आपका सफर करीब20से25मिनट छोटा हो जाएगा। आपका कीमती समय और पेट्रोल,दोनों बचेंगे।श्रद्धालुओं के लिए बड़ी राहत:मथुरा,वृंदावन,गोवर्धन और बरसाना जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए यह किसी तोहफे से कम नहीं है। अब उन्हें धार्मिक स्थलों तक पहुंचने के लिए शहर के ट्रैफिक से नहीं जूझना पड़ेगा।763करोड़ की लागत,अब इंतजार खत्मइस सिक्स-लेन बाईपास का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है और फिनिशिंग का काम अंतिम चरण में है।763 करोड़ रुपये की लागत से बने इस रास्ते को दिवाली के ठीक बाद आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। यह कदम मथुरा के विकास और पर्यटन के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा,जिससे शहर की सड़कों पर दबाव कम होगा और सफर ज्यादा आरामदायक बनेगा।तो अगली बार जब आप मथुरा-वृंदावन जाने का प्लान बनाएं,तो एक आरामदायक और जाम-मुक्त सफर के लिए तैयार रहें!
You may also like
SA-W vs BAN-W Match Prediction, ICC Women's World Cup 2025: साउथ अफ्रीका बनाम बांग्लादेश! यहां देखें संभावित XI, पिच रिपोर्ट और लाइव स्ट्रीमिंग से जुड़ी सभी जानकारी
Qualcomm CEO क्रिस्टियानो आर अमोन से मिले पीएम मोदी, भारत में AI और सेमीकंडक्टर ग्रोथ पर हुई चर्चा
Muhammad Yunus On Attack On Hindu Community: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों पर अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने बोला सफेद झूठ, भारत पर ही मढ़ दिया आरोप
गाजा से संघर्ष विराम के बाद छोड़े गए बंधकों से इजरायल में मिलेंगे डोनाल्ड ट्रंप, संसद में देंगे भाषण
IND vs WI 2nd Test: कुलदीप यादव का कहर, पहली पारी में बड़े अंतर से पिछड़ने की दहलीज पर वेस्टइंडीज