इंदौर: प्रशासन ने मिलावटखोरी के खिलाफ जारी अभियान के तहत मंगलवार को मोमो के एक अवैध संयंत्र को बंद करा दिया। इंदौर के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई इस संयंत्र में बनाए जा रहे मोमो में तय स्वीकृत सीमा से ज्यादा मात्रा में अजीनोमोटो मिला होने के खुलासे के बाद की गई।
अजीनोमोटो से बढ़ता है स्वादअजीनोमोटो को 'मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी)' भी कहा जाता है। यह व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने वाला पदार्थ है। अधिकारियों ने बताया कि शहर के खातीपुरा क्षेत्र में संचालित एक संयंत्र में बड़े पैमाने पर अलग-अलग तरह के मोमो बनाए जा रहे थे और ‘फास्टफूड’ के कई प्रतिष्ठानों को इनकी आपूर्ति की जा रही थी।
तय मात्रा से अधिक मिलावटउन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान इस परिसर में अजीनोमोटो का बड़ा भंडार मिला जिसे मोमो में तय स्वीकृत सीमा से अधिक मात्रा में मिलाया जा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि तय मात्रा से अधिक अजीनोमोटो का सेवन गर्भवती महिलाओं और 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
गंदगी भी मिलीउन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान संयंत्र के परिसर में गंदगी मिली और कच्चे माल का उचित भंडारण नहीं पाया गया। अधिकारियों ने बताया कि संयंत्र के नाम कोई वैध लाइसेंस भी नहीं पाया गया जिसके बाद इस इकाई को अगले आदेश तक बंद करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि संयंत्र के खिलाफ प्रशासन की विस्तृत जांच जारी है।
गौरतलब है कि इंदौर में लगातार मिलावट के खिलाफ जांच जारी है। चटपटे खाद्य सामाग्रियों में इस तरह की मिलावट ज्यादा होती है। महिलाएं और बच्चे ही इसका अधिक सेवन करते हैं। ऐसे में खतरा भी उन्हें ही ज्यादा है।
अजीनोमोटो से बढ़ता है स्वादअजीनोमोटो को 'मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी)' भी कहा जाता है। यह व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने वाला पदार्थ है। अधिकारियों ने बताया कि शहर के खातीपुरा क्षेत्र में संचालित एक संयंत्र में बड़े पैमाने पर अलग-अलग तरह के मोमो बनाए जा रहे थे और ‘फास्टफूड’ के कई प्रतिष्ठानों को इनकी आपूर्ति की जा रही थी।
तय मात्रा से अधिक मिलावटउन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान इस परिसर में अजीनोमोटो का बड़ा भंडार मिला जिसे मोमो में तय स्वीकृत सीमा से अधिक मात्रा में मिलाया जा रहा था। अधिकारियों ने बताया कि तय मात्रा से अधिक अजीनोमोटो का सेवन गर्भवती महिलाओं और 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
गंदगी भी मिलीउन्होंने बताया कि निरीक्षण के दौरान संयंत्र के परिसर में गंदगी मिली और कच्चे माल का उचित भंडारण नहीं पाया गया। अधिकारियों ने बताया कि संयंत्र के नाम कोई वैध लाइसेंस भी नहीं पाया गया जिसके बाद इस इकाई को अगले आदेश तक बंद करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि संयंत्र के खिलाफ प्रशासन की विस्तृत जांच जारी है।
गौरतलब है कि इंदौर में लगातार मिलावट के खिलाफ जांच जारी है। चटपटे खाद्य सामाग्रियों में इस तरह की मिलावट ज्यादा होती है। महिलाएं और बच्चे ही इसका अधिक सेवन करते हैं। ऐसे में खतरा भी उन्हें ही ज्यादा है।
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