नई दिल्ली: जसप्रीत बुमराह वर्तमान समय के दुनिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाज माने जाते हैं। वह भारतीय टीम के लिए मैन विनिर हैं। मैच किसी भी परिस्थिति में हो और बुमराह का ओवर बाकी है तो विपक्षी टीमों पर दबाव होता है। 31 साल के हो चुके बुमराह के फॉर्म पिछले कुछ समय में नीचे आया है लेकिन अभी भी वह भारतीय गेंदबाज अटैक के मुखिया हैं। गुजरात की टीम में बुमराह से साथ खेल चुके मनप्रीत जुनेजा ने उनकी तुलना रोजर फेडरर से की है।
बुमराह को लेकर क्या बोले जुनेजा?
मनप्रीत जुनेजा ने जसप्रीत बुमराह की मानसिक मजबूती और हर दिन खुद को बेहतर बनाने की उनकी लगन के बारे में बात की। जुनेजा ने कहा, 'वह मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं। जब भी वह नीचे होते हैं वह हमेशा और मजबूत होकर वापसी करना चाहते हैं। ऐसा ही वह तब थे जब उन्होंने शुरुआत की थी और ऐसा ही वह अब भी हैं। मेरे लिए वह वैसे ही हैं जैसे 30 साल की उम्र के बाद रोजर फेडरर टेनिस के लिए थे। उन्होंने 36 साल की उम्र में भी खिताब जीतकर दिखाया।'
इस साल दिसंबर में बुमराह 32 साल के हो जाएंगे। उन्हें शरीर पर पड़ने वाले दबाव के कारण सोच-समझकर मैच चुनने पड़ सकते हैं। जुनेजा ने इस बात को समझाते हुए कहा- लोग भूल जाते हैं कि 32 साल की उम्र में एक तेज गेंदबाज के लिए तीनों फॉर्मेट खेलना आसान नहीं है। अगर आपको लंबे समय तक खेलना है तो आपको स्मार्ट बनना होगा और अपने शरीर को समझना होगा। जब कोई ऐसा करता है, तो मुझे समझ नहीं आता कि समस्या क्या है?
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 45 की औसत से 4000 से ज्यादा रन बनाने वाले जुनेजा ने बुमराह की टीम भावना का जिक्र करते हुए कहा- वह एक परिपक्व और समझदार व्यक्ति हैं, जो हमेशा टीम को आगे रखेंगे।
बुमराह को लेकर क्या बोले जुनेजा?
मनप्रीत जुनेजा ने जसप्रीत बुमराह की मानसिक मजबूती और हर दिन खुद को बेहतर बनाने की उनकी लगन के बारे में बात की। जुनेजा ने कहा, 'वह मानसिक रूप से बहुत मजबूत हैं। जब भी वह नीचे होते हैं वह हमेशा और मजबूत होकर वापसी करना चाहते हैं। ऐसा ही वह तब थे जब उन्होंने शुरुआत की थी और ऐसा ही वह अब भी हैं। मेरे लिए वह वैसे ही हैं जैसे 30 साल की उम्र के बाद रोजर फेडरर टेनिस के लिए थे। उन्होंने 36 साल की उम्र में भी खिताब जीतकर दिखाया।'
इस साल दिसंबर में बुमराह 32 साल के हो जाएंगे। उन्हें शरीर पर पड़ने वाले दबाव के कारण सोच-समझकर मैच चुनने पड़ सकते हैं। जुनेजा ने इस बात को समझाते हुए कहा- लोग भूल जाते हैं कि 32 साल की उम्र में एक तेज गेंदबाज के लिए तीनों फॉर्मेट खेलना आसान नहीं है। अगर आपको लंबे समय तक खेलना है तो आपको स्मार्ट बनना होगा और अपने शरीर को समझना होगा। जब कोई ऐसा करता है, तो मुझे समझ नहीं आता कि समस्या क्या है?
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 45 की औसत से 4000 से ज्यादा रन बनाने वाले जुनेजा ने बुमराह की टीम भावना का जिक्र करते हुए कहा- वह एक परिपक्व और समझदार व्यक्ति हैं, जो हमेशा टीम को आगे रखेंगे।
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