जयपुर: राजस्थान में बारिश की तीव्रता अब कम हो गई है। बुधवार को केवल झालावाड़, प्रतापगढ़, डूंगरपुर और बांसवाड़ा में येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून ट्रफ के प्रभाव और पूर्वी हवा के कमजोर होने से अगले कुछ दिनों में बारिश का दौर और कमजोर रहने की संभावना है।
टोंक और बूंदी में स्कूलों में छुट्टीटोंक और बूंदी जिले के स्कूलों में 27 अगस्त को भी छुट्टी घोषित की गई है। भारी बारिश के कारण यह निर्णय लिया गया है। मंगलवार को अलवर, जोधपुर, सीकर, जैसलमेर और कोटपूतली-बहरोड़ में हल्की से मध्यम और कुछ जगहों पर तेज बारिश दर्ज की गई। बांसवाड़ा के भूंगड़ा में 6 इंच (154 MM) बारिश हुई, जबकि दौसा, अलवर और प्रतापगढ़ में 1 से 3 इंच तक पानी बरसा।
अन्य क्षेत्रों में भी बारिश की मात्रा इस प्रकार रही:
उदयपुर में बाढ़ जैसे हालात, जोधपुर में फ्लाइट डायवर्टहैदराबाद से जोधपुर आई इंडिगो की फ्लाइट खराब मौसम के कारण जोधपुर में लैंड नहीं कर पाई। फ्लाइट 20 मिनट तक हवा में चक्कर लगाने के बाद उदयपुर डायवर्ट की गई। उदयपुर में फतहसागर झील के गेट खोल दिए गए हैं। झाड़ोल क्षेत्र में वाकल नदी उफान पर है, जिससे वास-नरसिंगपुरा संपर्क सड़क की पुलिया डूब गई। इससे वास और नरसिंगपुरा गांव का संपर्क टूट गया है।
जैसलमेर में जलभराव, श्रद्धालुओं को परेशानीजैसलमेर के रामदेवरा में भारी बारिश से जलभराव हो गया, जिससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हुई। तालाब की पाल की सीढ़ियों की दीवार भी ढह गई।जालोर में नदी में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई। प्रशासन ने लोगों को नदियों और जलाशयों के पास जाने से मना किया है। भीलवाड़ा के रायला कस्बे में एक सरकारी स्कूल का कमरा भरभराकर गिर गया। गनीमत रही कि कमरा पहले से सील था, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ।
मौसम का पूर्वानुमानमौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून ट्रफ श्रीगंगानगर, सिरसा, आगरा, सीधी, संभलपुर से बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। हालांकि, पूर्वी हवाओं के कमजोर होने से राजस्थान में बारिश की गतिविधियां अगले कुछ दिनों तक कम रहेंगी।
टोंक और बूंदी में स्कूलों में छुट्टीटोंक और बूंदी जिले के स्कूलों में 27 अगस्त को भी छुट्टी घोषित की गई है। भारी बारिश के कारण यह निर्णय लिया गया है। मंगलवार को अलवर, जोधपुर, सीकर, जैसलमेर और कोटपूतली-बहरोड़ में हल्की से मध्यम और कुछ जगहों पर तेज बारिश दर्ज की गई। बांसवाड़ा के भूंगड़ा में 6 इंच (154 MM) बारिश हुई, जबकि दौसा, अलवर और प्रतापगढ़ में 1 से 3 इंच तक पानी बरसा।
अन्य क्षेत्रों में भी बारिश की मात्रा इस प्रकार रही:
- भीलवाड़ा (कोटड़ी): 53 MM
- अलवर (कठूमर): 89 MM, (कोटकासिम): 35 MM, (खैरथल): 33 MM, (बानसूर): 40 MM
- कोटा (कानावास): 39 MM
- कोटपूतली: 40 MM
- फलोदी (सेतरवाड़ा): 85 MM
- प्रतापगढ़ (धरियावद): 69 MM
- उदयपुर (लसाड़िया): 23 MM, (कुराबाद): 49 MM
- जोधपुर (तिंवरी): 35 MM
- धौलपुर (मनिया): 68 MM
- बूंदी: 44 MM
- चित्तौड़गढ़ (बस्सी): 43 M
उदयपुर में बाढ़ जैसे हालात, जोधपुर में फ्लाइट डायवर्टहैदराबाद से जोधपुर आई इंडिगो की फ्लाइट खराब मौसम के कारण जोधपुर में लैंड नहीं कर पाई। फ्लाइट 20 मिनट तक हवा में चक्कर लगाने के बाद उदयपुर डायवर्ट की गई। उदयपुर में फतहसागर झील के गेट खोल दिए गए हैं। झाड़ोल क्षेत्र में वाकल नदी उफान पर है, जिससे वास-नरसिंगपुरा संपर्क सड़क की पुलिया डूब गई। इससे वास और नरसिंगपुरा गांव का संपर्क टूट गया है।
जैसलमेर में जलभराव, श्रद्धालुओं को परेशानीजैसलमेर के रामदेवरा में भारी बारिश से जलभराव हो गया, जिससे श्रद्धालुओं को काफी परेशानी हुई। तालाब की पाल की सीढ़ियों की दीवार भी ढह गई।जालोर में नदी में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई। प्रशासन ने लोगों को नदियों और जलाशयों के पास जाने से मना किया है। भीलवाड़ा के रायला कस्बे में एक सरकारी स्कूल का कमरा भरभराकर गिर गया। गनीमत रही कि कमरा पहले से सील था, जिससे कोई हताहत नहीं हुआ।
मौसम का पूर्वानुमानमौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मानसून ट्रफ श्रीगंगानगर, सिरसा, आगरा, सीधी, संभलपुर से बंगाल की खाड़ी तक सक्रिय है। हालांकि, पूर्वी हवाओं के कमजोर होने से राजस्थान में बारिश की गतिविधियां अगले कुछ दिनों तक कम रहेंगी।
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