प्रेम शर्मा, मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर के सेंट्रल मार्केट के 661/6 में आवास विकास द्वारा की गई ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के बाद शुक्रवार को कॉम्प्लेक्स के 22 व्यापारी अपने परिवारों सहित धरने पर बैठ गए। व्यापारियों ने खुद को पुर्नस्थापित किया जाने की मांग की। धरने के बीच पहुंचे सपा विधायक अतुल प्रधान ने दावा किया कि यदि सपा की सरकार आई तो इस भूमि का लैंड यूज चेंज कराने के बाद दोबारा से यहां कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराया जाएगा।   
   
सेंट्रल मार्केट के व्यापारी नेता किशोर वाधवा के साथ 22 व्यापारी अपने परिवारों के साथ शुक्रवार को मलबे में तब्दील हुए कॉम्प्लेक्स के बाहर धरना देकर बैठ गए। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने भले ही उन्हें पुनर्स्थापित किया जाने का आश्वासन दिया हो, मगर इस आश्वासन को धरातल पर उतारने के लिए कोई कार्य नहीं हुआ। यहां तक कि ध्वस्त किए गए जिस कॉम्प्लेक्स की भूमि पर अस्थायी मार्केट बनाने की बात चल रही है, उसे भी परमिशन के नाम पर आवास विकास के अधिकारी टाल रहे हैं।
     
व्यापारियों ने कॉम्प्लेक्स के पुनर्निर्माण, खुद को पुनर्स्थापित किए जाने और नुकसान के कारण हुए मुआवजे के रूप में प्रति व्यापारी एक-एक करोड़ रुपये दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर आकर लिखित में उन्हें कोई आश्वासन नहीं देंगे, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
     
उधर, धरने के बीच पहुंचे सरधना के सपा विधायक अतुल प्रधान ने दावा किया कि वह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में इस मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाएंगे। इसी के साथ यदि सपा की सरकार आई तो भूमि का लैंड यूज चेंज कराकर यहां दोबारा से कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराते हुए व्यापारियों को दुकानों का आवंटन किया जाएगा।
  
सेंट्रल मार्केट के व्यापारी नेता किशोर वाधवा के साथ 22 व्यापारी अपने परिवारों के साथ शुक्रवार को मलबे में तब्दील हुए कॉम्प्लेक्स के बाहर धरना देकर बैठ गए। व्यापारियों ने आरोप लगाया कि भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने भले ही उन्हें पुनर्स्थापित किया जाने का आश्वासन दिया हो, मगर इस आश्वासन को धरातल पर उतारने के लिए कोई कार्य नहीं हुआ। यहां तक कि ध्वस्त किए गए जिस कॉम्प्लेक्स की भूमि पर अस्थायी मार्केट बनाने की बात चल रही है, उसे भी परमिशन के नाम पर आवास विकास के अधिकारी टाल रहे हैं।
व्यापारियों ने कॉम्प्लेक्स के पुनर्निर्माण, खुद को पुनर्स्थापित किए जाने और नुकसान के कारण हुए मुआवजे के रूप में प्रति व्यापारी एक-एक करोड़ रुपये दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर आकर लिखित में उन्हें कोई आश्वासन नहीं देंगे, तब तक उनका धरना जारी रहेगा।
उधर, धरने के बीच पहुंचे सरधना के सपा विधायक अतुल प्रधान ने दावा किया कि वह प्रशासनिक अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में इस मुद्दे को प्रमुखता के साथ उठाएंगे। इसी के साथ यदि सपा की सरकार आई तो भूमि का लैंड यूज चेंज कराकर यहां दोबारा से कॉम्प्लेक्स का निर्माण कराते हुए व्यापारियों को दुकानों का आवंटन किया जाएगा।
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