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45 डिग्री तापमान में कमरों को रखेगा ठंडा, बिजली भी बचाएगा एक खास पर्दा, श्वेता ने बताया इसे लगाना क्यों जरूरी

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दिल्ली सहित कई राज्यों में मई का तीसरा सप्ताह लोगों के लिए आफत भरा साबित हो रहा है। जहां पारा 40 डिग्री पार होने के बाद भी 50 डिग्री तापमान जैसी गर्मी महसूस होने से हाल बुरा है। स्थिति यह है कि बिना एसी या कूलर के गुजारा नहीं हो रहा है। लेकिन हर कोई एसी लगवा पाए, वो भी सभी कमरों में ऐसा बहुत कम ही पॉसिबल है।

हालांकि आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। दरअसल एक देसी जुगाड़ की मदद से भी आप कमरे को ठंडा रख सकते हैं। इसके लिए एक खास तरह का पर्दा लगाना होगा। अच्छी बात है कि यह बहुत महंगा नहीं आएगा और प्राकृतिक रूप से ठंडक पहुंचाने का काम करेगा। जिसके बारे में कटेंट क्रिएटर श्वेता कटारिया ने भी वीडियो शेयर किया है।
खस का पर्दा आएगा काम image

गर्मी का मौसम आते ही लोग अपने घरों को ठंडा रखने के लिए तरह-तरह के उपाय सोचने लगते हैं। एयर कंडीशनर और कूलर बेशक राहत देते हैं, लेकिन बिजली का बिल और पर्यावरण पर पड़ने वाला असर भी चिंता का विषय है। ऐसे में खस के पर्दे एक बेहतरीन और प्राकृतिक ऑप्शन के तौर पर सामने आते हैं, जो न सिर्फ बिना एसी-कूलर घर को ठंडा रखते हैं, बल्कि एक भीनी-भीनी खुशबू से महका भी देते हैं।


कहां लगाएं खस के पर्दे image

अगर लिविंग एरिया में विंडो है और वेंटिलेशन भी अच्छा है तो आप यहां खस के पर्दे लगा सकते हैं। जो एक खास तरह की घास से बने होते हैं और इनमें थर्मल ब्लॉकिंग सिस्टम से बने होते हैं। इनकी जड़ों में एक खास तरह की खुशबू होती है, ये पानी सोखने की क्षमता भी रखते हैं।

इन्हीं जड़ों को बुनकर या जोड़कर पर्दे बनाए जाते हैं। जब इन पर्दों पर पानी छिड़का जाता है, तो पानी के वाष्पीकरण से ठंडक पैदा होती है और खस की जड़ों से निकलने वाली सौंधी खुशबू भी कमरे में फैल जाती है। यह प्राकृतिक रूप से घर को ठंडा रखने का बेस्ट ऑप्शन है।


खस के पर्दे की देखभाल image
  • सबसे जरूरी बात है कि पर्दों को नियमित रूप से पानी से गीला करते रहें। आप स्प्रे बोतल का उपयोग कर सकते हैं या कुछ बड़े पर्दों के लिए छोटे पंप भी आते हैं।
  • समय-समय पर पर्दों को हल्के हाथ से साफ कर सकते हैं ताकि उन पर धूल जमा न हो।
  • जब गर्मी का मौसम खत्म हो जाए, तो पर्दों को अच्छी तरह से सुखाकर स्टोर करें ताकि उनमें फंगस न लगे।
  • खस के पर्दे सबसे अच्छा तब काम करते हैं जब हवा आती है, इसलिए विंडो पर ही लगाएं और फंखा चलाकर रखें।

श्वेता कटारिया ने भी दी जानकारी​

खस के पर्दे लगाने के फायदे image
  • एयर कंडीशनर और कूलर की तुलना में खस के पर्दे बिजली का इस्तेमाल नहीं करते या बहुत कम करते हैं। अगर उन्हें गीला करने के लिए पंप का उपयोग करते हैं तो। इससे बिजली की बचत होती है।
  • खस एक प्राकृतिक उत्पाद है और इसके उपयोग से कोई हानिकारक रसायन या प्रदूषण नहीं फैलता। यह एक टिकाऊ और ईको फ्रेंडली ऑप्शन है।
  • ये पर्दे बाहरी धूल और प्रदूषण को घर में आने से रोकने में भी कुछ हद तक मददगार होते हैं।
  • खस के पर्दे आपके घर को एक ट्रेडिशनल और ग्रामीण लुक भी देते हैं, जो शहरी जीवन में एक ताजगी भरा बदलाव ला सकता है।

डिस्क्लेमर: इस लेख में किए गए दावे इंस्टाग्राम वीडियो और इंटरनेट पर मिली जानकारी पर आधारित हैं। एनबीटी इसकी सत्यता और सटीकता जिम्मेदारी नहीं लेता है।

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