लखनऊ: एफएसडीए की टीम ने शनिवार को चिनहट इलाके की दो फर्मों में छापा मारकर 51.04 किलो एक्सपायर मसाले सीज कर दिए। इसके साथ आठ नमूने लेकर जांच के लिए ललैब भेजे। जांच रिपोर्ट आने तक फर्म में मौजूद खाद्य पदार्थों की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है। एफएसडीए टीम ने मटियारी कॉलोनी में विद्या ऋषि इण्डिया हेल्थ प्राइवेट लिमिटेड और वीआर दिव्य लाइफ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में जांच की।
एफएसडीए के सहायक आयुक्त द्वितीय विजय प्रताप ने बताया कि दोनों फर्मों में भारी मात्रा में एक्सपायर धनिया पाउडर, फिश मसाला, डायबो केयर, नारी शक्ति के फूड सप्लीमेंट किचन किंग मसाला, सब्जी मसाला, दिव्य फ्लेवर्ड वॉटर समेत कई खाद्य सामग्री स्टोर मिली। इसमें 112 किग्रा मसाले और 40 किलो एक्सपायर्ड दाल भी थी।
सीज सामग्री की कीमत 95 हजारटीम ने दोनों फर्मों से खाद्य पदार्थों के 8 नमूने लिए। इसके साथ 16 किलो धनिया पाउडर, सात किलो हल्दी पाउडर, 8 किलो कश्मीरी मिर्च, 12 किलो फिश मसाला, 6 किलो किचन किंग मसाला और 15 किलो सब्जी मसाला सीज किया। सीज सामग्री की कीमत करीब 95,000 रुपये है। इसके अलावा एफएसडीए टीमों ने मल्हौर स्टेशन के पास मिठाई की दुकान, ऐशबाग में एक प्रोविजन स्टोर से देशी घी और किराना स्टोर से सेंधा नमक का नमूना लेकर जांच के लिए लैब भेजा।
नारकोटिक्स की दवाओं में हेरफेरनारकोटिक्स दवाओं की अवैध खरीद-फरोख्त के मामले में अमीनाबाद मेडिसिन मार्केट की आठ और फर्मे खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ड्रग यूनिट (एफडीए) के रेडार पर हैं। एफडीए को इन फर्मों से भी नार्कोटिक्स दवाओं की कालाबाजारी के इनपुट मिले हैं।
एफडीए ने नारकोटिक्स दवाओं की कालाबाजारी पर शुक्रवार को ही मेडिसिन मार्केट की पांच फर्मों के लाइसेंस निरस्त किए थे। इसके साथ दो फर्मों के लाइसेंस आंशिक रूप से निरस्त करते हुए इन पर नारकोटिक्स श्रेणी की तीन दवाएं खरीदने-बेचने पर प्रतिबंध लगाया है। इसके बाद एफडीए की टीमें मेडिसिन मार्केट की आठ और फर्मों के बारे में छानबीन कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन फर्मों में दवाओं की खरीद-बिक्री में फर्जीवाड़े की आशंका है।
प्राथमिक जांच में फर्मों में मिली दवाओं के बिल नहीं मिले हैं। इस पर फर्म संचालकों से दवाओं की खरीद और बिक्री का ब्योरा मांगा गया है। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्यवाही होगी। सहायक आयुक्त (औषधि) लखनऊ मंडल ब्रजेश यादव ने बताया कि कि अभी मामले की जांच की जा रही है।
एफएसडीए के सहायक आयुक्त द्वितीय विजय प्रताप ने बताया कि दोनों फर्मों में भारी मात्रा में एक्सपायर धनिया पाउडर, फिश मसाला, डायबो केयर, नारी शक्ति के फूड सप्लीमेंट किचन किंग मसाला, सब्जी मसाला, दिव्य फ्लेवर्ड वॉटर समेत कई खाद्य सामग्री स्टोर मिली। इसमें 112 किग्रा मसाले और 40 किलो एक्सपायर्ड दाल भी थी।
सीज सामग्री की कीमत 95 हजारटीम ने दोनों फर्मों से खाद्य पदार्थों के 8 नमूने लिए। इसके साथ 16 किलो धनिया पाउडर, सात किलो हल्दी पाउडर, 8 किलो कश्मीरी मिर्च, 12 किलो फिश मसाला, 6 किलो किचन किंग मसाला और 15 किलो सब्जी मसाला सीज किया। सीज सामग्री की कीमत करीब 95,000 रुपये है। इसके अलावा एफएसडीए टीमों ने मल्हौर स्टेशन के पास मिठाई की दुकान, ऐशबाग में एक प्रोविजन स्टोर से देशी घी और किराना स्टोर से सेंधा नमक का नमूना लेकर जांच के लिए लैब भेजा।
नारकोटिक्स की दवाओं में हेरफेरनारकोटिक्स दवाओं की अवैध खरीद-फरोख्त के मामले में अमीनाबाद मेडिसिन मार्केट की आठ और फर्मे खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ड्रग यूनिट (एफडीए) के रेडार पर हैं। एफडीए को इन फर्मों से भी नार्कोटिक्स दवाओं की कालाबाजारी के इनपुट मिले हैं।
एफडीए ने नारकोटिक्स दवाओं की कालाबाजारी पर शुक्रवार को ही मेडिसिन मार्केट की पांच फर्मों के लाइसेंस निरस्त किए थे। इसके साथ दो फर्मों के लाइसेंस आंशिक रूप से निरस्त करते हुए इन पर नारकोटिक्स श्रेणी की तीन दवाएं खरीदने-बेचने पर प्रतिबंध लगाया है। इसके बाद एफडीए की टीमें मेडिसिन मार्केट की आठ और फर्मों के बारे में छानबीन कर रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन फर्मों में दवाओं की खरीद-बिक्री में फर्जीवाड़े की आशंका है।
प्राथमिक जांच में फर्मों में मिली दवाओं के बिल नहीं मिले हैं। इस पर फर्म संचालकों से दवाओं की खरीद और बिक्री का ब्योरा मांगा गया है। जवाब मिलने के बाद आगे की कार्यवाही होगी। सहायक आयुक्त (औषधि) लखनऊ मंडल ब्रजेश यादव ने बताया कि कि अभी मामले की जांच की जा रही है।
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