फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में भ्रष्टाचार का एक मामला उजागर हुआ है। यहां शनिवार की दोपहर बाल विकास परियोजना कार्यालय में तैनात कंप्यूटर ऑपरेटर को 15 हजार रुपये रिश्वत की रकम लेते हुए रंगे हाथ विजिलेंस प्रयागराज की टीम ने गिरफ्तार किया है। आरोपी को साथ लेकर प्रयागराज गई टीम ने कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। टीम की इस कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से घूस मांगने का मामला और इस कार्रवाई से विभाग के कार्यालय में हड़कंप मच गया।
30 हजार का ही किया भुगतानजानकारी के अनुसार, खजुहा ब्लॉक के सीडीपीओ ऑफिस में पुष्पेंद्र सिंह उर्फ अंकित सिंह संविदा में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है। इसी ब्लॉक के अंतर्गत विभा देवी पत्नी सर्वेश निवासी तपनी करेरा, थाना ललौली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर कार्यरत हैं। विभा देवी को 6 हजार रुपये प्रति माह मानदेय के साथ सितंबर 2021 से 2000 रुपये हर महीने के हिसाब से प्रोत्साहन राशि मिलती है। यह राशि सीडीपीओ खजुहा के आईडी से विभा के खाते में ट्रांसफर की जाती है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी की आईडी कंप्यूटर ऑपरेटर पुष्पेंद्र उर्फ अंकित संचालित करता है। पीड़िता के मुताबिक, करीब 1 लाख से अधिक की बकाया प्रोत्साहन राशि में से पिछले 19 अप्रैल को 30 हजार रुपये ही उनके खाते में भेजे गए।
डीएसपी विजिलेंस को पत्रआरोप है कि बची राशि के भुगतान के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर ने कार्यकर्ता से 15 हजार रुपये बतौर रिश्वत डिमांड की थी। इस पर विभा ने 27 अक्टूबर को ऑपरेटर के इस कृत्य का शिकायती पत्र विजिलेंस प्रयागराज एसपी को दिया था। मामले की जांच के दौरान आरोप सही पाए गए। इसके बाद विजिलेंस टीम ने आरोपी को गिरफ्त में लेने के लिए जाल बिछाया।
आरोपी को प्रयागराज ले गई टीमप्रयागराज विजिलेंस के डीएसपी संजय सिंह के नेतृत्व में गठित टीम शनिवार की दोपहर करीब 3:00 बजे सीडीपीओ कार्यालय पहुंची और कंप्यूटर ऑपरेटर को महिला कर्मी से रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। डीएसपी ने बताया कि आरोपी को प्रयागराज ले जाया गया है। वहां प्रयागराज सेक्टर के विजिलेंस थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोपी पर केस दर्ज कर विधिक करवाई की गई है।
30 हजार का ही किया भुगतानजानकारी के अनुसार, खजुहा ब्लॉक के सीडीपीओ ऑफिस में पुष्पेंद्र सिंह उर्फ अंकित सिंह संविदा में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है। इसी ब्लॉक के अंतर्गत विभा देवी पत्नी सर्वेश निवासी तपनी करेरा, थाना ललौली आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर कार्यरत हैं। विभा देवी को 6 हजार रुपये प्रति माह मानदेय के साथ सितंबर 2021 से 2000 रुपये हर महीने के हिसाब से प्रोत्साहन राशि मिलती है। यह राशि सीडीपीओ खजुहा के आईडी से विभा के खाते में ट्रांसफर की जाती है।
बाल विकास परियोजना अधिकारी की आईडी कंप्यूटर ऑपरेटर पुष्पेंद्र उर्फ अंकित संचालित करता है। पीड़िता के मुताबिक, करीब 1 लाख से अधिक की बकाया प्रोत्साहन राशि में से पिछले 19 अप्रैल को 30 हजार रुपये ही उनके खाते में भेजे गए।
डीएसपी विजिलेंस को पत्रआरोप है कि बची राशि के भुगतान के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर ने कार्यकर्ता से 15 हजार रुपये बतौर रिश्वत डिमांड की थी। इस पर विभा ने 27 अक्टूबर को ऑपरेटर के इस कृत्य का शिकायती पत्र विजिलेंस प्रयागराज एसपी को दिया था। मामले की जांच के दौरान आरोप सही पाए गए। इसके बाद विजिलेंस टीम ने आरोपी को गिरफ्त में लेने के लिए जाल बिछाया।
आरोपी को प्रयागराज ले गई टीमप्रयागराज विजिलेंस के डीएसपी संजय सिंह के नेतृत्व में गठित टीम शनिवार की दोपहर करीब 3:00 बजे सीडीपीओ कार्यालय पहुंची और कंप्यूटर ऑपरेटर को महिला कर्मी से रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोच लिया। डीएसपी ने बताया कि आरोपी को प्रयागराज ले जाया गया है। वहां प्रयागराज सेक्टर के विजिलेंस थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत आरोपी पर केस दर्ज कर विधिक करवाई की गई है।
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