श्रीगंगानगर: राजस्थान के हिंदुमलकोट थाना क्षेत्र में पादरी बग्गु सिंह और उनके बेटे सतनाम सिंह के खिलाफ लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है। सोमवार देर रात हिंदुमलकोट थाने में पीड़ित सतनाम सिंह और उनके परिजनों ने शिकायत दर्ज कराई। मुकदमा दर्ज होने की भनक लगते ही पादरी बग्गु सिंह अपनी पत्नी के साथ चर्च और मकान पर ताला लगाकर फरार हो गया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बग्गु सिंह के बेटे अमनदीप सिंह को शांतिभंग के आरोप में और मुख्य मुकदमे में गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर तनाव पैदा कर दिया है।
पुलिस छापेमारी और ग्रामीणों का प्रदर्शनशिकायत मिलते ही हिंदुमलकोट पुलिस ने बग्गु सिंह के घर पर छापेमारी की, लेकिन वह पहले ही फरार हो चुका था। पुलिस ने मौके से अमनदीप सिंह को हिरासत में लिया। सोमवार शाम को खाट लबाना गांव के युवाओं ने पादरी के चर्च के बाहर प्रदर्शन किया और उनकी गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बग्गु सिंह ने लंबे समय से गांव में धर्म परिवर्तन की गतिविधियां चलाईं, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया।
पादरी का बदला सामाजिक रुतबाखाट लबाना निवासी बग्गु सिंह पहले मजदूरी करता था और उसके पास मात्र एक बीघा जमीन थी। करीब पांच-सात साल पहले उसने अपना धर्म छोड़कर पादरी बनना शुरू किया। इसके बाद उसका सामाजिक और आर्थिक स्तर तेजी से बदला। कच्चा मकान पक्का हो गया, और वह अब 20 लाख की लग्जरी कार में चलता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उसकी आय के स्रोत स्पष्ट नहीं हैं, जिससे संदेह और बढ़ा।
चर्च में संदिग्ध गतिविधियां!पीड़ित सतनाम सिंह के बेटे सुखविंद्र सिंह ने बताया कि बग्गु सिंह पहले गुरुद्वारे और मंदिरों में जाता था, लेकिन पिछले पांच साल से उसने यह बंद कर दिया। वह अपने घर के बाहर सप्ताह में दो दिन टेंट लगाकर प्रार्थना सभा आयोजित करता था। बाद में उसने घर में ही चर्च स्थापित कर लिया। हर रविवार को बाहरी युवक-युवतियां वहां प्रार्थना सभा में शामिल होने लगे, जो गांव के नहीं थे। सुखविंद्र ने बताया कि इन सभाओं में लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाता था, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ी।
पुलिस छापेमारी और ग्रामीणों का प्रदर्शनशिकायत मिलते ही हिंदुमलकोट पुलिस ने बग्गु सिंह के घर पर छापेमारी की, लेकिन वह पहले ही फरार हो चुका था। पुलिस ने मौके से अमनदीप सिंह को हिरासत में लिया। सोमवार शाम को खाट लबाना गांव के युवाओं ने पादरी के चर्च के बाहर प्रदर्शन किया और उनकी गिरफ्तारी की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बग्गु सिंह ने लंबे समय से गांव में धर्म परिवर्तन की गतिविधियां चलाईं, जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हुईं। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया।
पादरी का बदला सामाजिक रुतबाखाट लबाना निवासी बग्गु सिंह पहले मजदूरी करता था और उसके पास मात्र एक बीघा जमीन थी। करीब पांच-सात साल पहले उसने अपना धर्म छोड़कर पादरी बनना शुरू किया। इसके बाद उसका सामाजिक और आर्थिक स्तर तेजी से बदला। कच्चा मकान पक्का हो गया, और वह अब 20 लाख की लग्जरी कार में चलता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उसकी आय के स्रोत स्पष्ट नहीं हैं, जिससे संदेह और बढ़ा।
चर्च में संदिग्ध गतिविधियां!पीड़ित सतनाम सिंह के बेटे सुखविंद्र सिंह ने बताया कि बग्गु सिंह पहले गुरुद्वारे और मंदिरों में जाता था, लेकिन पिछले पांच साल से उसने यह बंद कर दिया। वह अपने घर के बाहर सप्ताह में दो दिन टेंट लगाकर प्रार्थना सभा आयोजित करता था। बाद में उसने घर में ही चर्च स्थापित कर लिया। हर रविवार को बाहरी युवक-युवतियां वहां प्रार्थना सभा में शामिल होने लगे, जो गांव के नहीं थे। सुखविंद्र ने बताया कि इन सभाओं में लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जाता था, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ी।
You may also like
IND vs WI: दूसरे टेस्ट में ऐसी होगी टीम इंडिया की प्लेइंग 11, जसप्रीत बुमराह से ज्यादा इस खिलाड़ी को रेस्ट की जरूरत
लीवर सिरोसिस: लक्षण, कारण और रोकथाम के उपाय
रेप सीन के बाद 3 दिन तक रोती` रहीं माधुरी दीक्षित से लेकर रवीना टंडन तक सेट पर 10 मर्द मिलकर….
क्या फिर टिमटिमाएंगे कॉर्बेट के जंगल, जुगनुओं की जिंदगी लौटाएगी 'रिसर्च'?
उत्तराखंड पीसीएस 2025 प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम घोषित, जानें कैसे करें चेक