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Fact Check: थायरॉइड रिपोर्ट हर बार आती है गड़बड़ तो खाएं शहद और आंवला पाउडर?, सच है या नहीं, जानिए

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थायरॉइड डिसऑर्डर से भारत में तकरीबन 40-42 मिलियन लोग प्रभावित हैं। यह समस्या महिलाओं में ज्यादा होती है और अब तो बच्चों पर भी इसका असर दिखने लगा है। इसलिए जरूरी है कि थायरॉइड को लेकर सतर्क रहा जाए। इस सतर्कता में घरेलू इलाज से मदद मिल सकती है। सोशल मीडिया पर तो ऐसे कई उपाय मिल जाते हैं। शहद और आंवला पाउडर का सेवन ऐसा ही इलाज है। इस दावे की मानें तो इन दो सामग्री को रोज सुबह खाने से जल्द फायदा मिलने लगेगा। इससे थायरॉइड ग्रंथि एक्टिव हो जाएगी। इस गंभीर दावे की परत दर परत जांच की गई है। आप भी इसको देख लीजिए ताकि थायरॉइड का इलाज आसान हो जाए। शहद और आंवला पाउडर की बराबर मात्राइस दावे में शहद और आंवला पाउडर की बराबर मात्रा लेने के लिए कहा गया है। पोस्ट के मुताबिक आपको 1 चम्मच आंवला और 1 चम्मच शहद मिलाकर रोज सुबह खाने हैं। खाली पेट आजमाने वाले इस नुस्खे को ठीक से समझने के लिए पोस्ट देखिए, यह इम्युनिटी सुधारने का दावा भी करती है-
एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन सी imageथायरॉइड के इस घरेलू उपाय में इस्तेमाल किए जाने वाले दोनों इंग्रीडिएंट्स की खासियत गुरुग्राम के मैक्स सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल में एसोसिएट कंसल्टेंट-इंटरनल मेडिसिन डॉ. सुनील सेखरी बताते हैं। उनका मनना है कि आंवले में एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन सी होता है तो शहद में एंटी-इंफ्लेमेट्री खासियतें होती हैं। लेकिन इसके बावजूद इस दावे में कही गई थायरॉइड ठीक होने वाली बात सही नहीं है। साक्ष्य नहीं हैंडॉक्टर मानते हैं कि इस तरह के दावे को सपोर्ट करने वाले कोई भी वैज्ञानिक साक्ष्य मौजूद नहीं हैं। इसलिए इसे थायरॉइड के उपचार में कारगर मानना सही नहीं रहेगा। थायरॉइड डिसऑर्डर एक कॉम्प्लेक्स हार्मोनल इमबैलेंस है, जिसमें मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत होती ही है। इसके बिना इस दिक्कत को ठीक करना कठिन होता है। निष्कर्ष क्या हैएक्सपर्ट कहते हैं कि थायरॉइड होने पर डॉक्टर से सुझाव लेना ही सही रहता है। इसमें नियमित मॉनिटरिंग और लाइफस्टाइल के बदलाव जरूरी होते हैं। प्राकृतिक उपचार पूरी हेल्थ के लिए अच्छे होते हैं लेकिन यह दवा को रिप्लेस नहीं कर सकते हैं। इसलिए सजग फैक्ट चेक टीम ने दावे को जांच में गलत पाया है।
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