US Work Visa For Indians: अमेरिका विदेशी वर्कर्स, स्टूडेंट्स और इंवेस्टर्स के लिए एक पसंदीदा डेस्टिनेशन रहा है। इसकी मुख्य वजह यहां का जॉब मार्केट है, जो हर तरह की नौकरी के अवसर देता है। अमेरिका में आपको सिलिकॉन वैली के तौर पर दुनिया का सबसे बड़ा टेक हब भी मिल जाएगा और बड़ी-बड़ी मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियां भी मिल जाती हैं। इसी तरह से यहां का हेल्थकेयर सेक्टर भी काफी बड़ा है और यहां पर आपको न्यूयॉर्क सिटी के तौर पर एक फाइनेंशियल हब वाला शहर भी मिलेगा।
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अमेरिका स्किल वर्कर्स को भी जॉब देता है और ब्लू कॉलर वर्कर्स को भी नौकरियां मुहैया कराता है। यहां आप टेक सेक्टर में भी जॉब कर सकते हैं और किसी रेस्तरां में वेटर बनकर भी जीवन गुजार सकते हैं। हालांकि, अगर आप अमेरिका में जॉब करना चाहते हैं, तो फिर आपको यहां मिलने वाले वर्क वीजा के बारे में भी मालूम होना चाहिए। अमेरिका में कई तरह के वीजा मिलते हैं और हर नौकरी के लिए वीजा कैटेगरी भी अलग-अलग है। ऐसे में आइए यहां मिलने वाले वर्क वीजा के बारे में जानते हैं।
अमेरिका में कितने तरह का वर्क वीजा मिलता है ?
अमेरिका में विदेशी वर्कर्स को दिया जाता है, जो अस्थायी होता है। इसका मतलब है कि जब तक वीजा की अवधि है, तब तक देश में रहा जा सकता है। उस अवधि के खत्म होने के बाद वर्कर को देश छोड़ना होगा। वर्क वीजा नॉन-इमिग्रेंट वीजा कैटेगरी का हिस्सा हैं। यहां पर कुल मिलाकर 5 तरह के वर्क वीजा दिए जाते हैं। आइए इनके बारे में भी जान लेते हैं।
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अमेरिका स्किल वर्कर्स को भी जॉब देता है और ब्लू कॉलर वर्कर्स को भी नौकरियां मुहैया कराता है। यहां आप टेक सेक्टर में भी जॉब कर सकते हैं और किसी रेस्तरां में वेटर बनकर भी जीवन गुजार सकते हैं। हालांकि, अगर आप अमेरिका में जॉब करना चाहते हैं, तो फिर आपको यहां मिलने वाले वर्क वीजा के बारे में भी मालूम होना चाहिए। अमेरिका में कई तरह के वीजा मिलते हैं और हर नौकरी के लिए वीजा कैटेगरी भी अलग-अलग है। ऐसे में आइए यहां मिलने वाले वर्क वीजा के बारे में जानते हैं।
अमेरिका में कितने तरह का वर्क वीजा मिलता है ?
अमेरिका में विदेशी वर्कर्स को दिया जाता है, जो अस्थायी होता है। इसका मतलब है कि जब तक वीजा की अवधि है, तब तक देश में रहा जा सकता है। उस अवधि के खत्म होने के बाद वर्कर को देश छोड़ना होगा। वर्क वीजा नॉन-इमिग्रेंट वीजा कैटेगरी का हिस्सा हैं। यहां पर कुल मिलाकर 5 तरह के वर्क वीजा दिए जाते हैं। आइए इनके बारे में भी जान लेते हैं।
- H वीजा: इस वीजा कैटेगरी में सबसे पहला नाम H-1B वीजा का है, जो उन विदेशी वर्कर्स को दिया जाता है, जिनके पास स्पेशलाइज्ड नॉलेज है। उनके पास कॉलेज डिग्री है और वर्क एक्सपीरियंस भी है। ये वीजा तीन साल के लिए वैलिड होता है, जिसे तीन साल के लिए एक्सटेंड भी किया जा सकता है। टेक, फाइनेंस, हेल्थकेयर जैसे सेक्टर्स में इसी वीजा के जरिए हायरिंग होती है। H-2A और H-2B वीजा भी H वीजा कैटेगरी का हिस्सा हैं, जिन्हें खेती या गैर-कृषि कार्यों से जुड़े वर्कर्स को दिया जाता है। इसी तरह से H-3 वीजा उन लोगों को मिलता है, जो अमेरिका में ट्रेनिंग लेकर विदेश में जॉब करना चाहते हैं।
- I वीजा: ये वीजा उन लोगों के लिए है, जो विदेशी मीडिया का हिस्सा हैं। रिपोर्टर्स, एडिटर्स और फिल्म क्रू को ये वीजा मिलता है। इस वीजा पर आने वाले लोग लंबे समय तक मीडिया संबंधित काम देख सकते हैं।
- L वीजा: इस वीजा कैटेगरी में L-1 वीजा उन लोगों को मिलता है, जो किसी ऐसी अमेरिकी कंपनी में जॉब करते हैं, जिसका दफ्तर अमेरिका से बाहर है। लेकिन अब वे अमेरिका आकर यहां मौजूद कंपनी में काम करना चाहते हैं। इसी तरह से L-1A वीजा अमेरिकी कंपनी में ट्रांसफर लेकर आने वाले एग्जिक्यूटिव और मैनेजर्स को दिया जाता है। L-1B वीजा उन वर्कर्स को दिया जाता है, जिनके पास स्पेशलाइज्ड नॉलेज है और अब वे अपने अमेरिका स्थित दफ्तर में जॉब करने आ रहे हैं।
- O, P और R वीजा: O वीजा उन लोगों को मिलता है, जिनके पास अपनी फील्ड की स्पेशलाइज्ड नॉलेज है। P वीजा एथलीट और आर्टिस्ट को दिया जाता है। R वीजा उन लोगों को मिलता है, जो अमेरिका के मान्यता प्राप्त धार्मिक संस्थानों से जुड़कर यहां धार्मिक काम करने आना चाहते हैं।
- TN NAFTA: ये वीजा सिर्फ कनाडा और मैक्सिको के लोगों को मिलता है, ताकि वे अमेरिका में आकर जॉब कर पाएं।
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