बीजिंग, 17 अगस्त . चीनी फिल्म ‘तोंगची रेस्क्यू’ का यूरोपीय प्रीमियर ब्रिटेन के लंदन में आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 800 लोग शामिल हुए. इस मौके पर बचाए गए ब्रिटिश युद्धबंदियों के वंशज और लिस्बन मारू जहाज से जुड़े इतिहासकार भी मौजूद थे.
इस फिल्म का उद्देश्य द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान चीन और ब्रिटेन के बीच स्थापित गहरी दोस्ती को दर्शकों के सामने लाना है.
ब्रिटिश दर्शकों के लिए यह फिल्म उस दौर के ऐतिहासिक अनुभवों को फिर से जीवंत करती है, खासकर उन मछुआरों के वीरतापूर्ण कार्यों को, जिन्होंने ब्रिटिश युद्धबंदियों की जान बचाई थी.
फिल्म देखने आए एक ब्रिटिश दर्शक ने इसे एक ‘अद्भुत और बहुत महत्वपूर्ण’ फिल्म बताया और कहा कि आज की पीढ़ी को इतिहास से अवगत कराना जरूरी है, ताकि वे चीनियों और ब्रिटिश लोगों के बीच के महत्वपूर्ण बंधन को समझ सकें और उसका सम्मान कर सकें.
बचाए गए एक ब्रिटिश युद्धबंदी की बेटी ने फिल्म की तारीफ करते हुए कहा, ‘यह फिल्म जापानी आक्रमणकारियों की क्रूरता और चीनी लोगों की दयालुता को दिखाती है. चीनी मछुआरों ने उन कैदियों को बचाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया. मुझे लगता है कि इस घटना को हमेशा याद रखा जाना चाहिए और इसे इतिहास में दर्ज किया जाना चाहिए. बच्चों को स्कूलों में इस इतिहास के बारे में पढ़ना चाहिए.”
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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एबीएम/
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