बेरूत, 3 सितंबर . संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी ने कहा है कि दिसंबर से अब तक लगभग 8.5 लाख सीरियाई अपने पड़ोसी देशों से लौट आए हैं. यह जानकारी एजेंसी की उप प्रमुख केली क्लेमेंट्स ने लेबनान और सीरिया की अपनी पांच दिवसीय यात्रा के बाद दी.
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी मामलों की उप उच्चायुक्त ने अपनी लेबनान यात्रा के दौरान वहां के और सीरिया के अधिकारियों से मुलाकात की. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) के एक बयान के अनुसार, उन्होंने उन शरणार्थियों से भी बात की जो हाल ही में अपने वतन लौटे हैं, और उनसे भी जो अभी वापस जाने के बारे में सोच रहे हैं.
यूएनएचसीआर ने बताया कि एजेंसी ने लोगों की वापसी को स्वैच्छिक, सुरक्षित और सम्मानजनक बनाने के लिए अपनी मदद बढ़ा दी है. इसके तहत, घर लौटने वाले लोगों को आर्थिक मदद, यात्रा, रहने की जगह और रोजगार उपलब्ध कराने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं.
क्लेमेंट्स ने कहा, “मैंने बहुत करीब से देखा कि कैसे 14 साल के युद्ध और तबाही के बाद भी लोगों ने वापसी, ठहरने और फिर से सब कुछ बनाने की हिम्मत बनाए रखी है.”
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि लेबनान में अभी भी लाखों सीरियाई शरणार्थी रह रहे हैं, वहां इस साल करीब 200,000 लोग वापस अपने देश लौट चुके हैं. वहीं, दूसरी ओर सीरिया में हाल की हिंसा के कारण नए लोग अभी भी लेबनान आ रहे हैं, जिससे पता चलता है कि विस्थापन का यह संकट लगातार बदल रहा है.
क्लेमेंट्स ने इस बात पर ज़ोर दिया, “अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सिर्फ तमाशा देखने वाला नहीं होना चाहिए. उन्हें स्थिरता और सुधार के प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए, जिससे सीरियाई लोग अपने देश को फिर से बना और संवार सकें.”
क्लेमेंट्स ने लेबनान के Prime Minister नवाब सलाम और अन्य मंत्रियों के साथ एक बैठक की. उन्होंने सीरियाई शरणार्थियों की मेजबानी जारी रखने के लिए लेबनान की सराहना की. साथ ही उन्होंने अपनी इच्छा से वापस लौटने वाले शरणार्थियों की मदद करने का वादा किया.
संयुक्त राष्ट्र अब ऐसे शरणार्थियों को घर वापसी के लिए पैसे और यात्रा की सुविधा जैसी चीजें देकर उनकी मदद कर रहा है. आधिकारिक अनुमानों के अनुसार, 1.7 मिलियन से अधिक आंतरिक रूप से विस्थापित लोग अपने घरों को वापस लौट चुके हैं.
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