नोएडा, 1 सितंबर . पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. ताजेवाला बैराज (हथनीकुंड) से Monday को 3,29,313 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया है. अनुमान है कि यह पानी Tuesday शाम तक दिल्ली एवं आसपास के क्षेत्रों में पहुंच जाएगा. इस मानसून सीजन में अब तक का यह सबसे ज्यादा डिस्चार्ज माना जा रहा है.
एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, इरिगेशन कंस्ट्रक्शन डिवीजन ने दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद में बाढ़ का अलर्ट जारी करते हुए चेतावनी दी है कि यमुना पहले से ही खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. ऐसे में और अधिक पानी आने से दिल्ली, नोएडा एवं गाजियाबाद के निचले इलाकों में बाढ़ की गंभीर स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इस पानी से यमुना नदी के अधिकतम डूब क्षेत्र के प्रभावित होने की आशंका है.
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे जिला गाजियाबाद एवं गौतमबुद्धनगर के डूब क्षेत्र को तत्काल खाली करें और अपने परिवार तथा पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं, ताकि आने वाली बाढ़ के समय किसी अप्रत्याशित परिस्थिति का सामना न करना पड़े. इसके लिए सरपंचों के माध्यम से गांवों में मुनादी कराई जा रही है, ताकि लोग समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुँच सकें.
इसी कड़ी में नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर-135 में बने अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल, जो डूब क्षेत्र में आता है, को पहले से ही खाली करना शुरू कर दिया है. प्रशासन ने इस बार बाढ़ आने से पहले ही गोवंशों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इन गोवंशों को सेक्टर-135 डुप्लेक्स के पास बनी ग्रीन बेल्ट में पहुंचाया जा रहा है, ताकि बाढ़ से किसी प्रकार की हानि न हो. प्रशासन ने लोगों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि समय रहते सुरक्षित स्थानों पर चले जाने से ही संभावित नुकसान से बचा जा सकता है.
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पीएसके
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