हरदोई, 19 मई . उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में एक बार फिर अराजक तत्वों ने रेलवे ट्रैक को निशाना बनाते हुए दो ट्रेनों को डिरेल करने की साजिश रची. हालांकि, लोको पायलट की सजगता और सूझबूझ के कारण बड़ा हादसा टल गया.
यह घटना दलेलनगर-उमरताली के मध्य किलोमीटर संख्या 1129/14 पर हुई, जहां अराजक तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का गुटका और लोहे के अर्थिंग वायर रखकर 20504 नई दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस और 15044 काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस को निशाना बनाने की कोशिश की.
घटना शाम करीब 5:45 बजे की है, जब लखनऊ की ओर जा रही राजधानी एक्सप्रेस के लोको पायलट ने ट्रैक पर संदिग्ध वस्तुएं देखीं. उसने तत्काल इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और ट्रैक पर रखे लकड़ी के गुटके और अर्थिंग वायर को हटाया. इस दौरान ट्रेन पांच से दस मिनट तक रुकी रही. लोको पायलट ने रेल अधिकारियों को सूचना दी, जिसके बाद ट्रैक की जांच शुरू हुई.
राजधानी एक्सप्रेस के सुरक्षित गुजरने के बाद अराजक तत्वों ने उसी स्थान पर दोबारा लकड़ी का गुटका और अर्थिंग वायर रखकर काठगोदाम-लखनऊ एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची. इस बार भी लोको पायलट ने सूझबूझ दिखाते हुए ट्रेन को रोककर हादसे को टाल दिया और ट्रैक को साफ करवाया.
सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारी, जीआरपी, और आरपीएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं. जीआरपी हरदोई के प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश सिंह, बालामऊ आरपीएफ प्रभारी, और स्थानीय रेल अधिकारियों ने ट्रैक की गहन जांच की. शाम 7:30 बजे ट्रैक को फिट घोषित कर रेल यातायात बहाल किया गया. मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
हरदोई में यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी अराजक तत्व रेलवे ट्रैक पर लोहे के बोल्ट, लकड़ी के गुटके, और अन्य सामग्री रखकर ट्रेनों को डिरेल करने की कोशिश कर चुके हैं. हाल के महीनों में हरदोई रेलवे स्टेशन के आउटर और दिलावर नगर में ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, लेकिन हर बार लोको पायलट की सजगता से हादसे टल गए हैं. इन मामलों में भी पुलिस अब तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है.
रेलवे अधिकारियों ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और ट्रैक की सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. स्थानीय पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल संयुक्त रूप से जांच कर रहे हैं ताकि ऐसे कृत्यों के पीछे शामिल लोगों को जल्द पकड़ा जा सके. जनता से भी अपील की गई है कि वे रेलवे ट्रैक के आसपास संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत दें.
–
एकेएस/एकेजे