नई दिल्ली: योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को पैसों के लेन-देन में गड़बड़ी को लेकर नोटिस भेजा गया है. ब्लूमबर्ग के मुताबिक, सरकारी जांच एजेंसियों को पतंजलि के पैसों के लेन-देन में गड़बड़ियां मिलीं हैं.
पातंजलि को कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय ने नोटिस जारी करके दो महीने के अंदर जवाब देने को कहा गया है. कंपनी के खिलाफ कॉर्पोरेट गवर्नेंस नियमों के उल्लंघन और फंड डायवर्जन की आशंका पर जांच शुरू की गई है.
3 अप्रैल को बाबा रामदेव ने पतंजलि के शरबत की लॉन्चिंग की थी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि एक कंपनी शरबत बनाती है और उससे जो पैसा मिलता है, उससे मदरसे और मस्जिदें बनवाती है. बाबा रामदेव ने कहा था कि जिस तरह से लव जिहाद और वोट जिहाद चल रहा है, वैसे ही शरबत जिहाद भी चल रहा है.
जिसके बाद इसके खिलाफ रूह अफजा शरबत बनाने वाली कंपनी हमदर्द ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी.वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने दलीलें दीं कि यह धर्म के नाम पर हमला है.
फिर दिल्ली हाईकोर्ट ने VIDEO पर नाराजगी जताई और जस्टिस अमित बंसल ने कहा कि यह बयान माफी लायक नहीं है, इसने कोर्ट की अंतरआत्मा झकझोर दी है. इसके बाद पतंजलि के फाउंडर रामदेव ने कहा कि हम ऐसे सभी VIDEO हटा लेंगे, जिनमें धार्मिक टिप्पणियां की गई हैं और कोर्ट ने रामदेव को एफिडेविट दाखिल करने का आदेश भी दिया है.
योग गुरु रामदेव ने अपने ब्यान में कहा था कि अगर आप पतंजलि का शरबत पिएंगे, तो गुरुकुल बनेंगे आचार्य कुलम बनेगा. पतंजलि विश्वविद्यालय और भारतीय शिक्षा बोर्ड आगे बढ़ेगा, मैं कहता हूं कि ये शरबत जिहाद है. जैसे लव जिहाद और वोट जिहाद चल रहा है, वैसे ही ‘शरबत जिहाद’ भी चल रहा है. विवाद बढ़ने के बाद 12 अप्रैल को रामदेव ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें रामदेव ने कहा, 'मैंने एक वीडियो डाला, उससे सबको मिर्ची लग गई. मेरे खिलाफ हजारों वीडियो बनाए गए लव जिहाद, लैंड जिहाद, वोट जिहाद, बहुत तरह के जिहाद चलाते हैं ये लोग. मैं ये नहीं कह रहा कि वो आतंकवादी हैं, लेकिन इतना जरूर है कि उनकी इस्लाम के प्रति निष्ठा है.'
पातंजलि को कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय ने नोटिस जारी करके दो महीने के अंदर जवाब देने को कहा गया है. कंपनी के खिलाफ कॉर्पोरेट गवर्नेंस नियमों के उल्लंघन और फंड डायवर्जन की आशंका पर जांच शुरू की गई है.
3 अप्रैल को बाबा रामदेव ने पतंजलि के शरबत की लॉन्चिंग की थी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि एक कंपनी शरबत बनाती है और उससे जो पैसा मिलता है, उससे मदरसे और मस्जिदें बनवाती है. बाबा रामदेव ने कहा था कि जिस तरह से लव जिहाद और वोट जिहाद चल रहा है, वैसे ही शरबत जिहाद भी चल रहा है.
जिसके बाद इसके खिलाफ रूह अफजा शरबत बनाने वाली कंपनी हमदर्द ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी.वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने दलीलें दीं कि यह धर्म के नाम पर हमला है.
फिर दिल्ली हाईकोर्ट ने VIDEO पर नाराजगी जताई और जस्टिस अमित बंसल ने कहा कि यह बयान माफी लायक नहीं है, इसने कोर्ट की अंतरआत्मा झकझोर दी है. इसके बाद पतंजलि के फाउंडर रामदेव ने कहा कि हम ऐसे सभी VIDEO हटा लेंगे, जिनमें धार्मिक टिप्पणियां की गई हैं और कोर्ट ने रामदेव को एफिडेविट दाखिल करने का आदेश भी दिया है.
योग गुरु रामदेव ने अपने ब्यान में कहा था कि अगर आप पतंजलि का शरबत पिएंगे, तो गुरुकुल बनेंगे आचार्य कुलम बनेगा. पतंजलि विश्वविद्यालय और भारतीय शिक्षा बोर्ड आगे बढ़ेगा, मैं कहता हूं कि ये शरबत जिहाद है. जैसे लव जिहाद और वोट जिहाद चल रहा है, वैसे ही ‘शरबत जिहाद’ भी चल रहा है. विवाद बढ़ने के बाद 12 अप्रैल को रामदेव ने एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें रामदेव ने कहा, 'मैंने एक वीडियो डाला, उससे सबको मिर्ची लग गई. मेरे खिलाफ हजारों वीडियो बनाए गए लव जिहाद, लैंड जिहाद, वोट जिहाद, बहुत तरह के जिहाद चलाते हैं ये लोग. मैं ये नहीं कह रहा कि वो आतंकवादी हैं, लेकिन इतना जरूर है कि उनकी इस्लाम के प्रति निष्ठा है.'