पूर्व भारतीय क्रिकेटर दीप दासगुप्ता का मानना है कि भारत के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल को अपनी तकनीक में कुछ बदलाव करने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि गिल एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं और वे जल्द ही टी20आई क्रिकेट में भी अपना लोहा मनवा लेंगे। भारतीय उप-कप्तान का इस प्रतियोगिता में अब तक सर्वाधिक स्कोर 20 रन रहा है। वे पाकिस्तान और ओमान के विरुद्ध रन बनाने से चूक गए थे।
पूर्व टेस्ट और वनडे विकेटकीपर-बल्लेबाज दासगुप्ता ने हाल में ही एक वीडियो के माध्यम से कहा “टी20 एक ऐसा फॉर्मेट है जिसमें जोखिम और इनाम दोनों बहुत ज़्यादा हैं। गिल ने रेड-बॉल क्रिकेट के लिए कुछ तकनीकी बदलाव किए हैं, और इससे उन्हें सफलता मिली है। लेकिन वापस (टी20) में आने में समय लगता है। वह एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं, इसमें कोई दो राय नहीं है। उन्हें बस अपने पुराने अंदाज़ में वापस आने की जरूरत है। मुझे उन पर अभी भी बहुत भरोसा है।”
48 वर्षीय दीप दासगुप्ता का कहना है कि भारत को एशिया कप के ग्रुप स्टेज में किसी भी चुनौती या कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ा। भारतीय टीम कल दुबई के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में पाकिस्तान के विरुद्ध सुपर फोर का अपना पहला मैच खेलेगी। दीप का मानना है कि सुपर फोर में भारत को थोड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
दीप दासगुप्ता ने भारतीय प्लेयर कॉम्बिनेशंस पर दी अपनी रायदीप ने आगे कहा “मुझे यह कॉम्बिनेशन पसंद है, खासकर इन परिस्थितियों में तीन स्पिनरों में से दो कलाई के स्पिनर हैं, और उन पर परिस्थितियों का ज्यादा असर नहीं होता। कलाई के स्पिनर मैच-विनर होते हैं, और आपको वे हर फॉर्मेट में चाहिए होते हैं,”
कुलदीप यादव अब तक इस प्रतियोगिता में भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान के विरुद्ध ग्रुप स्टेज मैच में शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया और पहले दोनों ही मैचों में मैन ऑफ द मैच का खिताब भी अपने नाम किया। दीप दासगुप्ता ने इस बात पर जोर डालते हुए कहा कि किसी भी खिलाड़ी के लिए लंबे अंतराल के बाद खेलना मुश्किल होता है, पर कुलदीप ने अपनी कला का सही प्रदर्शन किया है।
पाकिस्तान क्रिकेट के प्रदर्शन पर बात करते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने कहा कि पिछले कुछ सालों से टीम अच्छी क्रिकेट नहीं खेल रही है। उनके पास अच्छे व्यक्तिगत खिलाड़ी तो हैं, लेकिन वे एक इकाई के रूप में प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और पाकिस्तान की टीमों की गुणवत्ता में अभी भी स्पष्ट अंतर है, फिर भी पाकिस्तान एक खतरनाक टीम बनी हुई है।
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