
कोविड लॉकडाउन के दौरान जब बिहार में क्रिकेट ग्राउंड बंद थे, तब महज 10 साल के वैभव सूर्यवंशी ने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने घर की छत को ही मैदान बना लिया और घंटों वहां प्रैक्टिस करते रहे। बिना किसी कोच या प्रोफेशनल ट्रेनिंग के, उन्होंने वहीं से अपने IPL के सपने की नींव रखी। आज उसी मेहनत का नतीजा है कि वो 14 साल की उम्र में IPL में शतक लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज़ बन गए हैं।