ब्रिटेन में हज़ारों चीनी पेंशनधारकों के धन से अरबों की क्रिप्टोकरेंसी खरीदने वाली एक महिला को 11 साल और आठ महीने की सज़ा सुनाई गई है. इस महिला पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस चला था.
यह महिला चीन से भागने के बाद उत्तरी लंदन के हैम्पस्टेड स्थित एक हवेली में रहने लगी थी. एक साल बाद मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने वहां छापा मारा और दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो ज़ब्ती में से एक को अंजाम दिया.
चीन में एक लाख से ज़्यादा लोगों ने उनकी कंपनी में अपना पैसा लगाया था. उनका दावा था कि वह उच्च तकनीक वाले स्वास्थ्य उत्पाद विकसित करने के अलावा क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग भी कर रही हैं. पुलिस का कहना है कि असल में उन्होंने पैसों का गबन किया था.
अब इस महिला की कंपनी में पैसा लगाने वाले लोगों को उम्मीद है कि ब्रिटिश अधिकारी उन्हें अपनी कुछ रकम वापस दिला पाएंगे.
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ब्रिटेन के कानून के मुताबिक ऐसी कोई भी संपत्ति जिस पर किसी का दावा न हो, सरकार के खाते में चली जाती है. इसकी वजह से कुछ लोग यह अनुमान लगा रहे हैं कि इस लूट से सरकारी ख़ज़ाने को फ़ायदा हो सकता है.
एक पीड़ित ने कहा, "अगर हम सारे सबूत इकट्ठा कर सकें, तो हमें उम्मीद है कि ब्रिटिश सरकार, क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस और हाई कोर्ट दया दिखाएंगे."
यू नाम के इस व्यक्ति की शादी इसी धोखाधड़ी के कारण टूट गई थी.
वह कहते हैं, "क्योंकि जो हमने खोया है, उसका थोड़ा-बहुत हिस्सा अब सिर्फ़ बिटकॉइन (क्रिप्टोकरेंसी) के ज़रिए ही सरकार हमें वापस दिला सकती है."
'लिंबरलैंड की रानी'साल 2017 में जब चीन में पुलिस ने 47 वर्षीय चियान चिमिन की जांच शुरू की तो वह एक फ़र्ज़ी पासपोर्ट के ज़रिए ब्रिटेन पहुँच गईं.
लंदन पहुँचने के बाद चियान हैम्पस्टेड हीथ इलाक़े में एक हवेली में रहने लगीं. इस हवेली का किराया 17,000 पाउंड (करीब 19 लाख 97 हज़ार रुपये) प्रति माह था. यह किराया बिटकॉइन से की गई कमाई के ज़रिए भरा जाता था.
चियान लंदन में ख़ुद को हीरों और प्राचीन सामान की अमीर उत्तराधिकारी बताती थीं. उन्होंने एक पूर्व डिलीवरी वर्कर को नौकरी पर रखा था. यह शख़्स चियान की क्रिप्टोकरेंसी को कैश या प्रॉपर्टी में बदलने में मदद करता था.
उनकी सहायक वेन जियान को पिछले साल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए छह साल की जेल हुई थी. उन्होंने अपनी सुनवाई के दौरान कहा था कि चियान अपना ज़्यादातर समय बिस्तर पर लेटे-लेटे, गेमिंग और ऑनलाइन शॉपिंग में बिताती हैं.
लेकिन चियान की डायरी से पता चला है कि वह एक छह-वर्षीय योजना तैयार कर रही थीं. उनके नोट्स में एक अंतरराष्ट्रीय बैंक की स्थापना और एक स्वीडिश महल को खरीदने के अलावा कई योजनाओं के बारे में भी जानकारी मिली है.
उनका घोषित बड़ा लक्ष्य यह था कि वह 2022 तक लिबरलैंड की रानी बनें. यह क्रोएशिया और सर्बिया की सीमा पर स्थित एक गैर-मान्यता प्राप्त छोटा सा देश है.
इस बीच, चियान ने वेन को लंदन में घर खरीदने के लिए कहा. टोटेरिज कॉमन नाम के इलाके में घर की खोज शुरू हुई. एक बड़े घर की डील ने पुलिस का ध्यान खींचा. जब वेन अपनी बॉस की संपत्ति का हिसाब नहीं दे पाईं, तो जांच शुरू हो गई.
BBC टोटेरिज में इस संपत्ति को खरीदने के लिए चियान की कोशिशों के चलते पुलिस जांच शुरू हुई पुलिस ने चियान के हैम्पस्टेड स्थित किराए के मकान पर छापा मारा और हार्ड ड्राइव, लैपटॉप बरामद किए. इनमें हज़ारों बिटकॉइन भरे हुए थे. माना जा रहा है कि यह ब्रिटेन के इतिहास में क्रिप्टोकरेंसी की सबसे बड़ी ज़ब्ती है.
जिस कंपनी के ज़रिए पैसों का ग़बन किया गया था, चियान ने उसकी स्थापना चीन में की थी. लैंटियन गेरुई नाम की इस कंपनी का दावा था कि वह निवेशकों के पैसे का इस्तेमाल नए बिटकॉइन की माइनिंग या उत्पादन के लिए करेगी. यह भी दावा किया गया कि कंपनी कई अग्रणी तकनीकी उपकरणों में भी निवेश करेगी.
लेकिन ब्रिटेन की पुलिस का मानना है कि यह एक बड़ा घोटाला था और चियान की कंपनी ज़्यादा से ज़्यादा निवेशकों को इस योजना में शामिल करने के लिए मुनाफ़े का वादा कर रही थी.
लंदन पुलिस के डिटेक्टिव कॉन जो राएन ने बीबीसी को बताया, "हमें उनके बारे में जितनी जानकारी मिली, उससे यह साफ़ हो गया कि वह बहुत चालाक, शातिर और बहुत से लोगों को फुसलाने में सक्षम हैं."
उनके एक निवेशक यू कहते हैं कि उन्हें कभी भी कुछ भी ग़लत होने का संदेह नहीं हुआ, क्योंकि कंपनी उन्हें हर दिन 100 युआन (करीब 1243 रुपये) देती थी.
वह कहते हैं, "इससे सभी को बहुत अच्छा लग रहा था, यहां तक कि इससे हममें यह विश्वास भी पनपा कि थोड़ा उधार लेकर कंपनी में निवेश कर दिया जाए."
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यू और उनकी पत्नी दोनों ने शुरुआत में 60 हज़ार युआन (करीब 7,46,382 रुपये) का निवेश किया था. उन्हें बताया गया था कि वे ढाई साल में 200% मुनाफ़ा कमा लेंगे. जल्द ही और निवेश करने के लिए उन्होंने 8% तक की ब्याज दरों पर हज़ारों पाउंड का कर्ज़ ले लिया.
इसके अलावा, यू कंपनी से रोज़ मिलने वाले भुगतान को भी फिर कंपनी में निवेश कर रहे थे.
"ऐसा कोई नियम नहीं था कि आपको अपनी कमाई को फिर से निवेश करना होगा, लेकिन मुझे लगता है कि हम खुद पर काबू नहीं रख सके. उन्होंने हमारे सपनों को हवा दी... जब तक कि हमने सारा आत्म-संयम और फूंक-फूंककर कदम रखने की क्षमता खो नहीं दी."
हर नए व्यक्ति को जोड़ने पर निवेशकों को अपने दैनिक भुगतान में बढ़ोतरी दिखाई देती थी. चीन में चल रहे मुकदमों के दस्तावेज़ों के अनुसार, इससे यह घोटाला चीन के हर प्रांत में करीब एक लाख 20 हज़ार लोगों तक पहुंच गया. ब्रिटेन के जांचकर्ताओं ने पाया कि उनकी कुल जमा राशि 40 अरब युआन (करीब 4.97 खरब रुपये) से ज़्यादा थी.
कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी ने बाद में गवाही दी कि रोज़मर्रा के ख़र्चों का भुगतान नए निवेशकों के पैसे से किया जा रहा था, न कि क्रिप्टो-माइनिंग के लाभांश से.
लैंटियन गेरुई की मार्केटिंग ने कई अधेड़ और बुज़ुर्ग चीनी लोगों के अकेलेपन का फ़ायदा उठाया. चियान ने सामाजिक ज़िम्मेदारी पर कविताएं लिखीं, जिनमें कुछ पंक्तियां इस प्रकार थीं: "हमें बुज़ुर्गों से पहले प्रेम की चाहत जैसा प्यार करना चाहिए."
कंपनी मौजूदा और संभावित निवेशकों के सैर-सपाटे और भोज का भी आयोजन करती थी. इनका इस्तेमाल निवेश के और ज़्यादा अवसरों को बढ़ावा देने के लिए किया जाता था.
लैंटियन गेरुई ने एक राष्ट्र के रूप में चीन के प्रति अपने प्रेम का भी ज़ोर-शोर से बखान किया. यह भी बुज़ुर्गों को आकर्षित करने का एक और तरीका था.
साठ साल से ज़्यादा उम्र के यू कहते हैं, "हमारी देशभक्ति हमारी कमज़ोरी थी, जिसका उन्होंने फ़ायदा उठाया. उन्होंने कहा कि वे चीन को दुनिया में नंबर एक बनाना चाहते थे."
यू ने बताया कि कंपनी की हिमायत करने वालों में आधुनिक चीन के संस्थापक चेयरमैन माओ के दामाद भी शामिल थे.
"हमारी पीढ़ी चेयरमैन माओ को आदर्श मानती थी, इसलिए अगर उनके दामाद भी इसका समर्थन कर रहे हैं, तो हम इस पर भरोसा कैसे न करें?"
कंपनी ने बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल्स में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया था. यहां चीन की विधायिका की बैठक होती है.
इस हाई-प्रोफ़ाइल उद्यम का नेतृत्व करने के बावजूद, चियान हद दर्जे तक रहस्यात्मक थीं. अपने ग्राहकों के बीच उन्हें केवल हुआहुआ या लिटिल फ़्लावर के नाम से जाना जाता था. चियान इस नाम का इस्तेमाल अपने ब्लॉग पर पोस्ट की गई कविताओं के लिए करती थीं.
उनके एक ग्राहक ली याद करते हैं, "आप कह सकते हैं कि हममें से जो लोग वहां मौजूद थे... सब पर जादू हो गया था. हम सब उन्हें धन की देवी मानते थे."
"उन्होंने हमें बड़े सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करना शुरू कर दिया... कि तीन साल के भीतर, वह हमें इतनी दौलत दे देंगीं कि हमारी तीन पुश्तें बैठकर खाएंगीं."
ली, उनकी पत्नी और उनके भाई ने मिलकर लगभग 10 करोड़ युआन (करीब 74.59 करोड़ रुपये) का निवेश किया.
2017 के मध्य में लैंटियन गेरुई के संबंध में शुरू की गई चीनी पुलिस जांच से चियान के खेल के ख़त्म होने की शुरुआत का संकेत मिला.
यू याद करते हैं, "भुगतान अचानक बंद हो गया. कंपनी ने कहा कि पुलिस कुछ जांच कर रही है... हालांकि हमें वादा किया गया था कि भुगतान जल्द ही फिर से शुरू हो जाएगा."
कंपनी प्रबंधकों के आश्वासन से शुरुआत में निवेशकों को शांत रखने में कुछ मदद मिली.
बाद में उन्हें पता चला कि चियान ने निवेशकों की चिंताओं को शांत करने के लिए उन वरिष्ठ प्रबंधकों को पैसे दिए थे और फिर खुद ब्रिटेन भाग गई थीं.
चियान अपने निवेशकों की हालत से पूरी तरह अनजान नहीं थीं. उन्होंने अपनी डायरी में चीन में अपने कर्ज़ को चुकाने की योजना की रूपरेखा लिखी थी.
चियान इसके लिए बिटकॉइन की कीमत प्रति कॉइन 50,000 पाउंड तक पहुंचने का इंतज़ार कर रही थीं.
लेकिन उनकी डायरी से यह भी साफ़ ज़ाहिर है कि उनकी प्राथमिकता लिबरलैंड पर शासन और विकास करना था.
लंदन की एक अदालत ने बीते सोमवार को उनकी सज़ा पर सुनवाई की. सुनवाई की शुरुआत में बताया गया कि जब उन्हें पिछले अप्रैल में उत्तरी इंग्लैंड के यॉर्क में गिरफ़्तार किया गया, तो पुलिस को घर पर चार और लोग भी मिले थे.
अदालत को बताया गया कि चारों को ख़ास तौर पर चियान के लिए खरीदारी, सफ़ाई और सुरक्षा जैसे काम करने के लिए ब्रिटेन लाया गया था और उन्हें अवैध रूप से काम पर रखा गया था.
अपनी गिरफ़्तारी के समय, चियान ने सभी आरोपों से इनकार किया और दावा किया कि वह केवल चीनी सरकार की क्रिप्टो उद्यमियों पर की जा रही कार्रवाई से बच रही थीं.
लेकिन सितंबर में उन्होंने अवैध रूप से क्रिप्टोकरेंसी हासिल करने और उसे अपने पास रखने का अपराध स्वीकार कर लिया.
ली ने बीबीसी को बताया कि इससे पीड़ितों को "उम्मीद की एक किरण दिखी."
चियान जो क्रिप्टोकरेंसी ब्रिटेन लाई थीं, उसका मूल्य उनके आने के बाद से 20 गुना से भी ज़्यादा बढ़ गया है.
इसके भाग्य का फैसला अगले साल की शुरुआत में होने वाले एक दीवानी 'अपराध की आय' मामले में होगा.
Getty Images चियान से धोखा खाने वालों को उम्मीद है कि ज़ब्त बिटकॉइन से उनका डूबा हुआ पैसा कुछ वापस मिल पाएगा पीड़ितों का प्रतिनिधित्व करने वाली दो फर्मों के वकीलों का कहना है कि हज़ारों चीनी निवेशक इस मामले में मुकदमा करने की योजना बना रहे हैं.
उनमें से एक के चीनी वकील ने नाम ज़ाहिर न करने की शर्त पर बताया कि यह आसान नहीं होगा, क्योंकि कई मामलों में उन्होंने सीधे चियान की कंपनी में पैसा नहीं लगाया, बल्कि स्थानीय प्रमोटरों के खातों में पैसा ट्रांस्फ़र किया था.
अभी यह साफ़ नहीं है कि अगर पीड़ित जीत जाते हैं, तो उन्हें केवल उनका मूल निवेश ही वापस मिलेगा या बिटकॉइन के मूल्य में बाद में जो बढ़ोत्तरी हुई है, उसका फ़ायदा भी मिलेगा.
'अपराध की आय' के अन्य मामलों में इस प्रक्रिया के बाद बची हुई कोई भी राशि आमतौर पर ब्रिटिश सरकार को वापस कर दी जाती है. बीबीसी ने ब्रिटिश वित्त मंत्रालय से पूछा कि वह बची हुई राशि का क्या करने की योजना बना रहा है, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया.
इसके अलावा, पिछले महीने क्राउन प्रॉसीक्यूशन सर्विस ने कहा था कि वह उन लोगों के लिए एक मुआवज़ा योजना पर विचार कर रहा है, जिनका इस दीवानी मामले में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है.
यू की पत्नी ने भी उनके साथ निवेश किया था, पर इस घोटाले का असर सिर्फ़ वित्तीय नहीं बल्कि व्यक्तिगत भी रहा है. उन्होंने बीबीसी को बताया कि उन्हें इसका परिणाम तलाक और अपने बेटे से संपर्क कम हो जाने के रूप में भुगतना पड़ रहा है.
फिर भी, वह खुद को अपेक्षाकृत भाग्यशाली मानते हैं. हमसे बातचीत में एक वकील ने बताया कि चियान के कई निवेशकों के पास खाने-पीने या दवा के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं.
यू उत्तरी चीन के तियानजिन की एक ऐसी ही महिला को जानते थे. उन्होंने बताया कि इलाज का खर्च वहन न कर पाने के कारण उसने अस्पताल छोड़ दिया और स्तन कैंसर से उसकी मौत हो गई.
यू कहते हैं, "वह जब मृत्यु के कगार पर थी, उसने मुझसे कहा कि अगर सबसे बुरा समय आए तो मैं उसके लिए एक शोकगीत लिखूं."
यू कहते हैं कि उन्होंने अपनी बात रखी और उसकी याद में एक कविता लिखी, जिसे उन्होंने ऑनलाइन पोस्ट किया.
यह कविता इन पंक्तियों के साथ ख़त्म होती है -
आइए हम वो सहारा बनें जो आकाश को थाम सके,
बहकाई जा सकने वाली भेड़ें बनने के बजाय
हम वो बनें जो ज़्यादा मेहनत करके बच गए,
ताकि हम इस गंभीर अन्याय को ठीक कर सकें.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.
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