राजस्थान की राजधानी जयपुर में मंगलवार दोपहर को NSUIने छात्र संघ चुनाव बहाली को लेकर शहीद स्मारक पर एक बड़ा प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट भी शामिल हुए और छात्र नेताओं के बीच अपनी उपस्थिति से आंदोलन को मजबूती दी। इस मौके पर सचिन पायलट ने राजनीतिक जीवन से जुड़ा एक महत्वपूर्ण बयान दिया और युवाओं को अपनी आचरण, संयम और सहनशीलता की अहमियत पर जोर दिया।
सचिन पायलट का बयान - राजनैतिक जीवन में संयम और सहनशीलता का महत्व
सचिन पायलट ने अपने संबोधन में कहा, “राजनैतिक जीवन में व्यक्ति को आचरण, व्यवहार, बोली और झेलने की क्षमता पैदा करनी पड़ेगी।” उन्होंने अर्जुन के प्रसिद्ध उदाहरण का हवाला देते हुए कहा, “जिस तरह अर्जुन को चिड़िया की आंख दिख रही थी, इस प्रकार आपको भी अपने लक्ष्य की तरफ ध्यान केंद्रित करना है और अपनी बात को मजबूती से रखना है।” पायलट ने आगे कहा कि एक नेता को अपनी सहनशीलता, संयम और मधुर भाषा का ध्यान रखना चाहिए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी व्यक्ति को कमजोर नहीं समझना चाहिए, क्योंकि दृढ़ इच्छाशक्ति और सटीक आचरण से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है।
छात्र संघ चुनाव बहाली की मांग
इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य छात्र संघ चुनाव की बहाली था, जिसे पिछले कुछ सालों से स्थगित कर दिया गया है। NSUI ने इस अवसर पर मांग की कि विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में जल्द से जल्द छात्र संघ चुनाव कराए जाएं, ताकि छात्र अपनी आवाज उठा सकें और उनकी समस्याओं का समाधान हो सके। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया और राज्य सरकार से छात्र संघ चुनावों की बहाली की अपील की।
सचिन पायलट का छात्रों के साथ संवाद
सचिन पायलट ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए यह भी कहा कि उनकी पार्टी कांग्रेस हमेशा छात्रहितों की रक्षा के लिए काम करती रही है। उन्होंने कहा कि छात्र राजनीति में सक्रिय रहना एक सीखने का अवसर है, जो आपको जीवन में संघर्ष और चुनौतियों का सामना करने की ताकत देता है।
You may also like
ब्यूटीफुल थी बेटे की दुल्हनियां, प्यार में गिर गया ससुर, टच करने की हुई चुल, फिर बेटे के साथ जो किया…
बाबा बागेश्वर के बयान पर बरसी कांग्रेस नेता, बोली- माफी मांगे, अपनी पार्टी के नेताओं की चुप्पी पर साधा निशाना
कुत्ते इंसानों के सबसे अच्छे दोस्त, उनके साथ अच्छा व्यवहार हो, दिल्ली हाईकोर्ट ने क्यों की यह टिप्पणी
बेस्ट महाप्रबंधक को लेकर सीएम फडणवीस और DCM शिंदे के अलग-अलग आदेश, महायुति में क्या चला रहा है?
छत्तीसगढ़: बीजापुर में 9 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, मुठभेड़ में 1 माओवादी ढेर