दाैसा। जिला कलेक्टर देवेन्द्र कुमार के निर्देश पर मंगलवार सुबह पुलिस और परिवहन विभाग ने स्कूलों में संचालित बाल वाहिनियों को लेकर संयुक्त जांच अभियान चलाया। टीम द्वारा कलेक्ट्रेट चौराहे पर एक बस को जांच के लिए रोका तो सामने आया कि बस का परमिट खत्म हो चुका था। वहीं सोमनाथ सर्किल पर दूसरी बस की जांच की तो उसका परमिट ही नहीं था और बस में कैपेसिटी से अधिक बच्चे सवार थे। काउंटिंग की गई तो बस में 72 बच्चे सवार मिले जो बेतरतीब तरीके से भरे हुए थे। जिसे जब्त करने की कार्रवाई की गई। बस में सवार बच्चों को पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा स्कूल पहुंचाया गया। यातायात पुलिस द्वारा एक अन्य स्कूल बस का चालान किया गया।
परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जांच में सामने आया कि बिना किसी परमिट और नंबर प्लेट के धड़ल्ले से संचालित हो रही बाल वाहनियों में नियम विरूद्ध क्षमता से अधिक स्कूली बच्चों का परिवहन किया जा रहा था। एक स्कूल बस का तो परमिट की खत्म हो चुका था, इसके बावजूद उसमें बेरोकटोक बच्चों का परिवहन कर नियमों की धज्जियां उडाई जा रही थी। पुलिस और परिवहन विभाग की अलग—अलग टीमों द्वारा कलेक्ट्रेट के अलावा सोमनाथ और रोडवेज डिपो के सामने की गई जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जिला मुख्यालय पर इस कार्रवाई के बाद स्कूल व बाल वाहिनी संचालकों में खलबली मची हुई है।
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